मौर्य साम्राज्य के प्रशासन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए
Answer: मौर्य साम्राज्य के प्रशासन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन निम्नलिखित हैं
- मौर्य साम्राज्य भारत का प्रथम महान साम्राज्य था। चंद्रगुप्त मौर्य के समय ने पहली बार भारत राजनीतिक एकता के सूत्र में बंधा।
- बड़े पैमाने पर प्रशासनिक केंद्रीकरण मौर्य काल की एक महत्वपूर्ण विशेषता है।
- मौर्य काल से अपेक्षाकृत एक निश्चित तिथि – क्रम का आरंभ होता है
- इस काल से संबंधित विपुल, विविध एवं प्रमाणिक ऐतिहासिक स्रोतों की उपलब्धता होती है
- मौर्य प्रशासन की विशेषताएं थी – लोककल्याणकारी राज्य का आदर्श, विकसित अधिकारी तंत्र, कठोर न्याय व्यवस्था, सुव्यवस्थित विशाल सेना, कुशल नगर प्रशासन, सुगठित गुप्तचर प्रणाली, सुविकसित राजस्व प्रशासन, परिवहन तंत्र।
- मौर्यकाल की भौतिक समृद्धि ने कला को उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचा दिया। मौर्यकालीन कला के सर्वोत्कृष्ठ उदाहरण एक ही प्रस्तरखण्ड से निर्मित स्तम्भ (एकाश्मक) है। ये स्तम्भ अपनी पाॅलिश एवं पशु – आकृतियों के अंकन के स्तंभ अपनी प्रौद्योगिकी के लिए भी इतिहास भी विशिष्ठ स्थान रखते हैं।
- मौर्य काल में एक नयी भौतिक संस्कृति का विकास और प्रसार हुआ। इस संस्कृति का प्रमाण है उत्तरी – काली पालिश वाले मृदभांड ( N.B.P.W.) यह संस्कृति प्राचीन भारतीय इतिहास की द्वीतीय नगरीय क्रांति के प्रमाण प्रस्तुत करती है। सुदूर दक्षिण को छोड़कर इस पात्र – परंपरा का प्रचलन संपूर्ण भारत में दिखायी देता है।
- मौर्य शासन की सर्वाधिक महत्वपूर्ण वे नीतियां हैं जिनका प्रतिपादन सम्राट अशोक ने किया था। उसने कलिंग युद्ध के पश्चात युद्ध घोष के स्थान पर धम्म घोष को अंगीकार कर लिया। अब उसके जीवन का उद्देश्य धम्म विजेता था।
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