रिपोर्ताज विधा की विशेषताएँ

रिपोर्ताज विधा की विशेषताएँ

Answer:  रिपोर्ताज विधा की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं:

  • ‛रिपोर्ताज’ लेखक के लिए स्वयं घटना का प्रत्यक्ष निरीक्षण करना आवश्यक है, इसमें कल्पना का कोई स्थान नहीं होता।
  • इसका उपयोग पत्रकारिता के क्षेत्र में अधिक होता है।
  • घटना का यथार्थ चित्रण, कुशल अभिव्यक्ति, प्रभावोत्पादकता आदि।

यह भी पढ़ें:

Leave a Comment