लिंग का अर्थ है चिह व्याकरण में लिंग को मुख्यत: स्त्री – पुरुष के भाव का भेद्क माना जाता है। जिस रूप द्वारा उसके पुसत्व या स्त्रीत्व का बोध हो उसे लिंग कहते हैं।
हिंदी में लिंग को दो प्रकार के होते हैं:
- स्त्रीलिंग
- पुल्लिंग
(1) स्त्रीलिंग :- स्त्रीत्व का बोध कराने वाले शब्द को स्त्रीलिंग कहते हैं। जैसे- नदी, अच्छी, भाभी, बहिन आदि।
(2) पुल्लिंग :- पुरुष जाति का बोध कराने वाले शब्द को पुल्लिंग कहते हैं। जैसे – दूध, भाई, बालक, सिंह आदि।