हर साल 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है | राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य हिंदी भाषा के बारे में जागरूकता बढ़ाना है | 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था | और 14 सितंबर को राजेंद्र सिम्हा की जयंती भी है | राजेंद्र सिम्हा जी ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा बनाने में अथक प्रयास किया |
आजादी के 2 साल बाद 14 सितम्बर 1949 को हिंदी देश की राजभाषा बनी थी| और दक्षिण भारतीय राज्यों के विरोध के चलते अंग्रेजी को भी अगले 15 साल राजभाषा बनाया गया | देश में 22 भाषाओ को आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला हुआ है | पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था |
हिंदी भाषा का इतिहास एवं विकास
भाषा परिवार के आधार पर हिंदी भारोपीय परिवार की भाषा है, भारत में 4 भाषा परिवार है :-
- भारोपयी – 73 %
- द्रविड – 25 %
- आस्ट्रिक – 1.3 %
- चीनी तिब्बती – 0.7 %
हिंदी की जननी संस्कृत है |
हिंदी भाषा का विकास क्रम
संस्कृत – पाली – प्राकृत – अपभ्रंश – अवहट्ट
हिंदी के प्रचार – प्रसार में संलग्न प्रमुख संस्थाएँ
- अक्षरम्
- विश्व हिंदी परिषद
- विश्व हिंदी सचिवालय, मारिशस
- विश्व हिंदी सम्मेलन
हिंदी भाषा के बारे में
- हिंदी भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है |
- भारत की संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 में हिंदी भाषा को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाया और मान्यता दी |
- यह भारत गणराज्य की 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है |
- पूरे दुनिया में बोली जाने वाली कुल भाषाओ में हिंदी पांचवी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है |
- संविधान का अनुच्छेद – 343 भारत की राजभाषा से संबंधित है |
भाषा का काल
- वैदिक संस्कृत (2000 – 1000 बी.सी.) B.C
- लौकिक संस्कृत (1000 – 500 बी.सी.) B.C
- पालि (500 – ईस्वी सन् आरंभ तक) A.D
- प्राकृत (इस्वी – 500 ऐ.डी.) A.D
- अपभ्रंश (500 – 900 ऐ.डी.) A.D
- अवहट्ट (900 – 1100 ऐ.डी.) A.D
- पुरानी हिंदी (1100 – 1850 ऐ.डी.)A.D
- आधुनिक हिंदी (1850 – आज तक)
हिंदी को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल
- शिक्षा मंत्रालय ने 1960 में केन्द्रीय हिंदी निदेशालय की स्थापना की |
- राजभाषा गौरव पुरस्कार और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार हिंदी भाषा में योगदान के लिए दिए जाते है |
- स्व-शिक्षा को बढ़ाना देने के लिए एक स्व-शिक्षण एप्लीकेशन लीला-राजभाषा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से भारतीय भाषाएँ सीखे) बनाई गई है |
- भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) ने विदेशों में विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों/संस्थानों में “हिंदी चेयर” की स्थापना की है |
हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन
हिंदी वर्णमाला में कुल 11 स्वर और 41 व्यजंन है |
स्वर :- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः
- ह्रस्व वर्ण – अ, इ, उ, ऋ
- दीर्घ वर्ण – आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ
- अयोगवाह वर्ण – अं, अ:
- अनुस्वार – अं
- विसर्ग – अ:
व्यजंन :- क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ,म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ।
- ‘क’ वर्ग – क् , ख् , ग् , घ् , ङ्
- ‘च’ वर्ग – च् , छ् , ज् , झ् , ञ्
- ‘ट’ वर्ग – ट् , ठ् , ड् , ढ् , ण्
- ‘त’ वर्ग – त् , थ् , द् , ध् , न्
- ‘प’ वर्ग – प् , फ् , ब् , भ् , म्
नोट:- स्पर्श व्यंजन के अंतिम वर्णों को पंचम वर्ण के अंतर्गत रखा गया है | पंचम वर्ग के अक्षर – ङ् , ञ् , ण् , न् , म्
- अन्त:स्थ :- य , र , ल , व
- ऊष्म :- श , ष , स , ह
- द्विगुण व्यंजन :- ड़् , ढ़्
- आगत व्यंजन :- ज़ , फ़
- संयुक्त व्यंजन :- क्ष , त्र , ज्ञ , श्र