इस आर्टिकल में हम लिब्रे ऑफिस कैल्क क्या है? पढेंगे, इससे पहले हमने लिब्रे आफिस क्या है? और लीब्र ऑफ़िस राइटर क्या है सम्पूर्ण जानकारी पढ़ चुके हैं, तो चलिए विस्तार से पढ़ते हैं LibreOffice Calc in Hindi
LibreOffice Calc In Hindi | लिब्रे ऑफिस कैल्क क्या है? सम्पूर्ण जानकारी
LibreOffice Calc – यह एक स्प्रेडशीट साफ्टवेयर प्रोग्राम है। इसमें विभिन्न प्रकार के गणना कार्य डेटा का ग्राफ और चार्ट के रुप में प्रस्तुतीकरण आदि करते हैं। इसमें प्रत्येक फाइलों को वर्कबुक या स्प्रेडशीट या बुक कहते हैं। प्रत्येक वर्कबुक में कई पैसेज हो सकते हैं। इन पेज़ेज को शीट या वर्कशीट कहते हैं। प्रत्येक वर्कबुक में बाई डिफाल्ट एक शीट होती है। प्रत्येक वर्कबुक में हम कई शीट जोड़ सकते हैं । प्रत्येक शीट पर कई पंक्ति और कालम (स्तंभ) होते हैं।
इन पंक्ति और कालम के प्रतिच्छेद से सेल बनता है| इस प्रकार प्रत्येक शीट पर कई सेल प्रदर्शित होते हैं। हम लिब्रे ऑफिस कैल्क में समस्त कार्य इन्हीं सेल में करते हैं। एक समय में केवल एक सेल एक्टिव (सक्रिय) होता है। और शेष सभी सेल निष्क्रिय रहते हैं। प्रत्येक शीट पर कालम की कुल संख्या 1024 होते हैं। कालम अंग्रेजी के बड़े अच्छरों में प्रदर्शित होते हैं|
LibreOffice Calc in Hindi – लिब्रे ऑफिस कैल्क क्या है?
पहला कालम—
- A to Z – 26
- AA to AZ – 26
- BA to BZ – 26
- CA to CZ –26
- AAA to AAZ – 26
- AMA to ABJ (अन्तिम कालम) – 26

- प्रत्येक शीट्स (Sheets) पर कुल 1048576 पंक्ति (Rows) होती हैं।
- पंक्तियों को अंकों के द्वारा प्रदर्शित किया गया हैं। जैसे- 1, 2, 3, 4, 5, ………………………….., 1048576.
- प्रत्येक शीट पर कुल सेलों की संख्या= पंक्तियों (Rows) की संख्या × कालमों की संख्या = 1048576×1024 =1073741824
सेलों के नाम को कालमों के अच्छर और पंक्तियों के अंक के साथ प्रदर्शित या निर्धारित करते हैं।
उदाहरण-
- शीट के 40 वीं पंकित और 50 वें कालम के सेल का नाम Ax40 होता है।
- 52 पंक्ति ओर 52 स्तम्भ से बने सेल का नाम Az52
वर्तमान शीट का प्रथम सेल A1 सक्रिय रहता है। शीट के किसी भी सेल को एक्टिव करने के लिए उस पर सिंगल क्लिक करते हैं।
शीट के किसी भी सेल में प्रत्येक प्रकार की संक्रिया कर सकते हैं।
लिब्रे ऑफिस कैल्क (LibreOffice Calc) में गणितीय संक्रिया व तार्किक संक्रिया , टेक्स्ट संक्रिया आदि संक्रियाएँ करते हैं।
इन संक्रियों को करने के लिए विभिन्न फार्मूले और फंक्शन का प्रयोग होता है।
फार्मूले और फंक्शन में संक्रियाओं को करने के लिए विभिन्न संकेतों का प्रयोग किया जाता है।
Mathematical Operation:-
+ योग की संक्रिया
— घटाव की संक्रिया
*गुणा की संक्रिया
/ भाग की संक्रिया
% प्रतिशत की संक्रिया
Logical Operation:-
> Greater Than
< Less Than
= Greater than or Equal to
<= Less than or Equal to
= Equal to
Text Operation:-
&- Ampersand
दो अलग-अलग टेक्स्ट (Text) को जोड़कर या मिलाकर एक टेक्स्ट (Text) बनाता है।
जैसे- Mohan & Maurya = MohanMaurya

Range Operation:-
Colon (:) :- कालन आपरेटर का प्रयोग फार्मूले में रेन्ज देने के लिए करते हैं।
जैसे- B1 से B10 तक दर्शाना है तो निम्नवत् लिखा जाता है- B1:B10
अर्थात्
प्रारम्भिक वैल्यू से अन्तिम वैल्यू तक की रेंज देने के लिए कालन चिन्ह प्रयोग करते हैं।
Comma (,) :- अल्प विराम (,) का पर्योग फार्मूले के अथवा फंक्शन में एक से अधिक वैल्यूज के मध्य करते हैं। जैसे- B1, B2, B3
Space:- स्पेश ऑपरेटर का प्रयोग सेल में एक से अधिक फार्मूले लिखते समय दो फार्मूले के बीच करते हैं।
- शीट के प्रत्येक सेल में विभिन्न प्रकार की वैल्यूज़ का प्रयोग कर सकते हैं। जैसे- टेक्स्ट वैल्यू, नम्बर वैल्यू, टाइम वैल्यू, डेट वैल्यू, करन्सी, प्रतिशत, डेसीमल, एरर वैल्यू आदि वैल्यू लिखते हैं।
Name Box:- फार्मेटिंग टूलबार के नीचे तरफ नेम बाक्स प्रदर्शित होता है इसमें वर्तमान या एक्टिव सेल का नाम प्रदर्शित होता है।
- बाई डिफाल्ट एक्टिव सेल A1 प्रदर्शित होता है।
- शीट पर किसी भी सेल को सेलेक्ट करने पर वह एक्टिव हो जाता है और उसका नाम नेम बाक्स में प्रदर्शित होता है।
Formula Bar:- नेम बाक्स के दायीं तरफ क्षैतिज पंक्ति के रुप में फार्मूला बार प्रदर्शित होता है।
- नेम बाक्स और फार्मूला बार के बीच फंक्शन विजार्ड (Fx), ऑटोसम (∑) और फार्मूला (=) के बटन होते हैं।
- फार्मूला बार में विभिन्न फार्मूला अथवा फंक्शन लिखा जाता है।
- किसी भी फार्मूला या फंक्शन को इण्टर करने के लिए सर्वप्रथम = का चिन्ह एन्टर करते हैं।
- फार्मूला बार और एक्टिव सेल शीट पर क ही स्थान पर शेयर करते हैं।
Sheet Tabs:- यह नीचे की और क्षैतिज स्क्राल के ठीक नीचे क्षैति पंक्ति के रुप में प्रदर्शित होता हैं।
- इस पर वर्कबुक केअन्दर की सभी शीट्स के नाम प्रदर्शित होते हैं।
- बाई डिफाल्ट केवल Sheet1 प्रदर्शित होता है।
- Sheet1 के पहले + का चिन्ह होता है, जिस पर क्लिक करने पर नयी शीट एन्टर हो जाती है।
दिये गये चित्र में किनारे के दोनों विकल्पों पर क्लिक करने पर वर्तमान वर्कबुक के पहले अथवा अन्तिम शीट पर जा सकते हैं, जबकि बीच के दोनो विकल्पों पर क्लिक करके एक-एक करके आगे-पीछे जाया जा सकता है।

Status Bar:- विन्डो पर सबसे नीचे अथवा शीट टैब बार के छीक नीचे क्षैतिज पंक्ति के रुप में स्टेटस बार प्रदर्शित होता है। इसके बायें कोने पर वर्तमान शीट नम्बर के और कुल शीटों की संख्या प्रदर्शित होती है।
- स्टेटस बार पर बीच में भाषा को सेलेक्ट करने का विकल्प होता है।
- बाई डिफाल्ट इंग्लिश इण्डिया भाषा सेट रहता है।
- स्टेटस बार पर भाषा के बगल व्यू बटन प्रदर्शित होती है। जैसे- नार्मल व्यू, सिंगल पेज व्यू, मल्टिपल व्यू, बुक व्यू आदि।
- स्टेटस बार के दाये कोने पर जूमिंग सेट करने या बदलने का विकल्प होता है।
- बाई डिफाल्ट 100 प्रतिशत जूमिंग सेट रहता है। यह 20 प्रतिशत से 400 प्रतिशत तक सेट किया जा सकता है।
- विण्डो पर दायीं तरफ ऊर्ध्वधर स्क्राल प्रदर्शित होता है। इससे पेज को ऊपर नीचे खिसकाते हैं।
- ऊर्ध्वधर स्क्राल के ठीक बगल अर्थात् विण्डो के ठीक ऊर्ध्वधर रुप में साइड बार प्रदर्शित होता है। इस पर फाइल प्रोपर्टीज़, स्टाइल, गैलेरी, नेवीगेटर और फंक्शन के विकल्प होते हैं।
लिब्रे ऑफिस को ओपेन करनाः- LibreOffice Calc in Hindi
- Start Button – All Program – Libre Office – Libre Office calc –Enter Button
- Run command – scalc –Enter Button
- डेस्कटाप पर प्रदर्शित लिब्रे ऑफिस कैल्क के आइकन पर डबल क्लिक करके |
- टास्कबार या क्विक लांचबार पर प्रदर्शित लिब्रे ऑफिस कैल्क के आइकन पर सिंगल क्लिक करके।

- विन्डो के सबसे पहली या ऊपरी क्षैतिज पंक्ति को टाइटलबार कहते हैं।
- टाइटल बार में बायें तरफ फाइल या वर्कबुक का नाम प्रदर्शित होता है।
- बाई डिफाल्ट वर्कबुक का नाम untitle1 प्रदर्शित होता है।
- टाइटल के बायें कोने पर तीन बटन होते हैं- Minimize, Restore/Maximize, close window
- टाइटल बार के बीच की क्षैतिज पंक्ति को मीनूबार कहते हैं। मीनूबार पर मीनू बटन्स प्रदर्शित होती है। इस पर कुल 11 मीनू बटन्स होते हैं।
- कमाण्ड और विकल्पों के समूह को मीनू कहते हैं।
- प्रत्येक मीनू के अन्दर भिन्न- भिन्न कार्यों को करने के लिए सम्बन्धित विकल्पों या कमान्ड्स की सूची होती है।
- प्रत्येक मीनू में ऊर्ध्वधर लिस्ट के रुप में कमान्ड्स या विकल्प होते हैं।
- मीनू बार के ठीक नीचे क्षैतिज पंक्ति को स्टैन्डर्ड टूल बार कहते हैं।
- इस पर कुछ विकल्प प्रदर्शित होते हैं। जैसे- Save, Spealling, new, open, print, Print preview, cut, copy, paste, clone, formatting, undo, Redo, columns, sort, image, chart, hyperlink, comment आदि ।
- स्टैन्डर्ड टूल बार के नीचे फार्मेटिंग टूल बार प्रदर्शित होता है। इस पर जो विकल्प प्रदर्शित होते हैं, निम्नवत् हैं- Font name, Style, Bold, italic, under line, Font color, background color, alignment, number formats, indents, borders, border style आदि।
File Menu:- इस मीनू के सारे विकल्प लिब्रे ऑफिस राइटर की भाँति ही हैं। जो कि निम्नवत् हैः-

यह मीनू बार का सबसे पहला मीनू है, जिसके अन्तर्गत निम्नलिखित कमाण्ड दिये रहते हैं—
New :-इस विकल्प से नया डाक्यूमेन्ट या फाइल और नया टेम्पलेट बनाते हैं। नया डाक्यूमेन्ट या फाइल का शॉर्टकट की- Ctrl + N और नया टेम्पलेट लाने की शॉर्ट की – Ctrl + Shift + N
Open :- इस विकल्प से पहले से सेव्ड फाइल को खोलते हैं। इसका शॉर्ट की- Ctrl+O
Open Remote :- इस विकल्प से नेटवर्क में कार्य करते समय रिमोट कम्प्यूटर की फाइलों को खोल सकते हैं।
Recent Documents :- इस विकल्प पर क्लिक करने से कुछ ऐसी फाइलों के नामों की लिस्ट प्रदर्शित हैती है जिस पर हम पहले कसाम कर चुके हैं। इनमें किसी भी फाइल पर क्लिक करके उसे खोल सकते हैं।
Close :- (Alt + F4 or Ctrl + w) — इस विकल्प से वर्तमान या सक्रिय फाइलों को या विन्डों को बन्द कर सकते हैं।
Wizards :- इसमें निम्न विकल्प होते हैं।
- Letter Wizards
- Fax Wizards
- Agenda
- Documents converter
- Euro converter
- Address Data Source
Letter Wizards :- इस विकल्प से आफिसियल लेटर या पर्सनल लेटर बनाते हैं इन लेटर को बनाने के लिए इसमें 6 चरण या स्टेप होते हैं।
Fax wizards :- इस विकल्प से ऑफिसियल फैक्स या पर्सनल फैक्स तैयार करते हैं। Fax को बनाने के लिए इसमें कुल 5 स्टेप होते हैं।
Agenda wizards :- इसमें एजेण्डा (मुद्दा) बनाते हैं। एजेण्डा बनाने के कुल 6 स्टेप होते है।
Templates :-
- Open Template
- Save As Template
- Manage Template
Open Template :- लिब्रे ऑफिस में सेव्ड या स्टोर्ड टेस्पलेट को खोल सकते हैं।
Saved As Template :- इस विकल्प से किसी डाक्यूमेन्ट या फाइल को टेम्पलेट फाइल के रूप में सेव करते हैं।
Manage Templates (ctrl + Shift + N) :- इस विकल्प से टेम्पलेट बॉक्स को खोलते हैं जिससे सभी बने हुए टेम्पलेट प्रदर्शित होते हैं और हम प्रयोग कर सकते हैं।
Reload :- इस विकल्प से वर्तमान प्रोग्राम या फाइल को पुनः लोड कर सकते हैं। यह रिफ्रेश विकल्प के समान होता है।
Version :- इस विकल्प से लिब्रे ऑफिस का वर्जन या संस्करण प्रदर्शित होता है। लिब्रे ऑफिस का नया संस्करण 6.3 है।
Save :- इस विकल्प से वर्मान फाइल को नाम देकर सेव कर सकते हैं। डाक्यूमेन्ट का बाई डिफाल्ट नाम Untitled-1 होता है।
Save As (Ctrl + Shift + S) :- इस विकल्प से पहले से सेव्ड फाइलों को किसी अन्य नाम से अन्य स्थानों पर सेव किया जा सकता है नयी फाइलों को भी सेव कर सकते हैं।
Save Remote :- इस विकल्प से नेटवर्क में काम करते समय डाक्यूमेन्ट फाइल को रिमोट कम्प्यूटर पर रिमोट (सुदूर) फाइल के रूप में सेव कर सकते हैं।
Save a copy :- इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइल को अन्य स्थानों पर अन्य नाम से सेव कर सकते हैं। यह सेव एज़ विकल्प के समान होता है।
Save All :- इस विकल्प से एक फाइल या एक से अधिक फाइलों को एक साथ सेव करते हैं। इसमें एक-एक करके खुली हुई सारी फाइलें सेव होती हैं।
Export :- इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइल को अन्य स्थानों पर अथवा अन्य ड्राइव पर भेजते हैं।
Export As :-
- Export As PDF :- इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइल को पीडीएफ फाइल के रूप में अन्य स्थानों पर या अन्य ड्राइव पर भेजते हैं।
- Export Directly as PDF:-इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइल को सीधे पीडीएफ में बदल कर किसी भी स्थान पर सेव करते हैं।
Important Note :– Libre Office के विभिन्न सॉफ्टवेयर को खोलने के लिए Run command:-
- Writer – Swriter.Exe
- Calc – Scalc or Scalc.exe
- Impress – SImpress or SImpress.exe
Send :-
- Email Document :- इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइलों के रूप में Email द्वारा भेजते हैं।
- Email as ODT (open document text) :- डाक्यूमेन्ट को odtफाइल के रूप में Email द्वारा भेजते हैं।
- Email as Microsoft word :-इस विकल्प से फाइल को ms word (.docx) फाइल के रूप में Email द्वारा भेजते हैं।
- Email as PDF :-इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइल को पीडीएफ फाइल के रूप में Email द्वारा भेजते हैं।
- Send via Bluetooth :-इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइल को ब्लूटूथ के माध्यम से अन्य कम्प्यूटर या उपकरण पर भेजते हैं।
Preview in web browser :- इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट फाइल या पेज को वेव पेज के रूप में या एचटीएसएल के रूप में प्रदर्शित करते हैं। यह फाइल वेव ब्रॉउज़र प्रोग्राम पर प्रदर्शित होती है।
Print preview (Ctrl + Shift + O) :- इस विकल्प से फाइल या पेज का प्रिंट प्रिव्यू प्रदर्शित होता हैं। print preview में पेज जिस प्रकार प्रदर्शित होता है। पेपर पर भी वैसा ही प्रिंट प्राप्त होता है।
इसमें निम्न विकल्प होते हैं—
One Page preview :-इस विकल्प से फाइल या डाक्यूमेन्ट का वर्तमान पेज का प्रिव्यू दिखता है। नेक्ट या प्रिवियस विकल्प से अगले या पिछले पेज का प्रिंट प्रिव्यू देखते है।
Two page preview :-इस विकल्प से फाइल के दो-दो पेज का प्रिव्यू प्रदर्शित होता है।
Book Preview :-इस विकल्प से भी फाइल के दो-दो पेज का प्रिव्यू किताब के समान प्रदर्शित होता है।
Multiple page preview :- इस विकल्प से भी फाइल में एक साथ कई पेजज का (आवश्यकतानुसार) प्रिव्यू प्रदर्शित करते हैं।
Jump to Specific page :- इस विकल्प से फाइल के किसी भी निश्चित पेज का प्रिव्यू देखते हैं।
Full Screen (Ctrl + Shift + J) :- इस विकल्प से वर्तमान पेज को फुल स्क्रीन पर प्रदर्शित करते हैं।
Print (Ctrl + P) :- इस विकल्प से फाइल का प्रिंटआउट प्राप्त करते हैं।
Close preview :-इस पर क्लिक करने से प्रिंट प्रिव्यू बंद होता है।
Print (Ctrl + P) :-इससे प्रिंट डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित होता है। जो निम्नवत् प्रदर्शित होता है—

Printer :- इस विकल्प से उस प्रिंटर का चयन करते हैं, जिससे प्रिंट लेना होता है।
Range and Copies:- इसमें फाइल के पेजेज का चयन करने के लिए रेडियो बटन के विकल्प होते हैं।
- All pages :- बाई डिफाल्ट यह चयनित रहता है जिससे फाइल के सभी पेजेज का प्रिंट प्राप्त होता है।
- Pages :- इसका चयन करके फाइल के निश्चित पेज नम्बर वाले पेजेज का प्रिंट प्राप्त करते हैं इसमें पेजेज का चयन करने के लिए hyphen (-) तथा Comma (,) चिन्हों का प्रयोग करते हैं। हाइफेन से पेज रैन्ज को दर्शाते हैं जैसे- 5 से 20 तक के पेजेज को प्रिंट करने के लिए 5-20 का प्रयोग करते हैं तथा अल्प-विराम चिन्ह का प्रयोग निश्चित पेज नम्बर के पेजेज को प्रिंट करने के लिए करते हैं। जैसे- 5, 21, 32, 35-40, 43 आदि।
- दोनों चिन्हों का एक साथ भी प्रयोग कर सकते हैं जैसा कि ऊपर के उदाहरण में दर्शाया गया है। नोट- इसक अतिरिक्त किसी चिन्हों का प्रयोग नहीं करते हैं।
- Even pages :- इसका चयन करने पर फाइल सम स्थान के सभी पेजेज का प्रिंट प्राप्त किया जा सकता है। जैसे- 2, 4, 6, 8, ………….
- Odd pages :- इसका चयन करने पर फाइल के सभी विषम स्थान के पेजेज का प्रिंट प्राप्त होगा। जैसे- 1, 3, 5, 7, 9, ……
- Selection :– इसका चयन करन पर फाइल के चयनित टेस्ट का प्रिंट प्राप्त किया जा सकता है। इसमें दो विकल्प होते हैं।
- Print in Only Side :- बाई डिफाल्ट यह विकल्प ही सेट रहता है। इससे पेपर के केवल एक सतह पर प्रिंट होता है। दूसरी तरफ नहीं।
- Print in Both Sides :- इस विकल्प को सेट करने से पेपर के दोनों तरफ प्रिंट होता है।
Number of copies :- इस विकल्प से फाइल का प्रिंट करते समय नम्बर ऑफ कॉपी (प्रतियों की संख्या) सेट कर सकते है बाई डिफॉल्ट 1 सेट रहता है। जिससे फाइल की एक प्रति तैयार होती है।

Order- Print in Reverse Order :- इस चेक बॉक्स में टिक करने पर फाइल के पेजेज उल्टे क्रम में प्रिंट होंगे। जैसे- (10 से 1)। बाई डिफॉल्ट इस पर चेक नहीं लगा रहता है और जिससे प्रिंट सीधे क्रम में होता है।
Page Layout :- इसमें विभिन्न आकार के पेपर के नामों की लिस्ट होती है। जैसे- पत्र आकार, लीगल आकार, लेजर आकार, A1, A2, A3, A4, A5 आदि। बाई डिफॉल्ट लेटर साइज सेट रहता है। इसकी चौड़ाई 216 मिमी और लम्बाई 297 मिमी होती है। A1 पेपर की साइज की चौड़ाई 210 मिमी और लम्बाई 297 मिमी होती है।
Orientation :- 1. Automatic 2. Portrait 3. Landscape
- पोर्ट्रेट विकल्प से पेज पर टेक्स क्षैतिज लाइनों के रूप में प्रिंट होती है। लैंडस्केप विकल्प से पेज पर टेस्ट ऊर्ध्वाधर लाइनों के रूप में प्रिंट होता है।
- आटोमेटिक विकल्प से फाइल के कुछ पेजेज पोर्ट्रेट और कुछ पेजेज लैण्डस्केप प्रिंट हो सकता है। बाई डिफाल्ट आटोमेटिक सेट रहता है।

Pages per sheet :- इस विकल्प से प्रत्येक पेपर शीट पर फाइल के कितने पेजेज का प्रिंट आये इसे सेट करते हैं। बाई डिफॉल्ट 1 सेट रहता है।
Printer Setting :- इस विकल्प से उस प्रिन्टर का चयन करते हैं जिससे प्रिन्ट लेना है इससे प्रिंटर की प्रॉपर्टीज की भी बदल सकते हैं।
Properties :- इस विकल्प से डाक्यूमेन्ट की प्रोपर्टीज देखते हैं।
Digital Signature :- इस विकल्प पर क्लिक करने से डाक्यूमेन्ट या फाइल के अन्त में एक छोटी क्षैतिज रेखा प्रदर्शित होती है। जहाँ यूजर का हस्ताक्षर कर सकता है।
Exit Libre Office (Ctrl + Q) :- इस विकल्प से वर्तमान समय में चल रहे सभी लिब्रे आफिस प्रोग्राम को क साथ बन्द करते हैं।
Edit Menu
Edit Menuइस विकल्प से करन्ट या एक्टिव सेल को इडिट मोड में बदलते हैं शीट पर चयनित या वर्तमान सेल बाई डिफाल्ट एक्टिव मोड में रहती है। अथवा शीट पर किसी भी सेल पर सिंगल क्लिक करने से सेल एडिट मोड में आ जाता हैं। एक्टिव सेल में डेटा एन्टर किया जाता है। परन्तु एडिट नहीं किया जाता है।

किसी सेल पर क्लिक करने से वह एडिट मोड में बदल जाता है जिससे उसे एडिट किया जा सकता है।
शीट पर किसी भी सेल पर त्रिपल क्लिक करने से सेल के अन्दर का डेटा चयनित हो जाता है।
Cell protection:- बाई डिफाल्ट इस पर टिक लगा रहता है। जिससे शीट पर प्रोटेस्टेड सेल सुरक्षित किया जाता है।
Select All Sheets:- इस विकल्प से वर्कबुक का सभी शीट टैब को सेलेक्ट करते हैं।
Select Sheets:- इस विकल्प से सेलेक्ट शीट डायलाग बाक्स प्रदर्शित होता है। इसमें वर्कबुक सभी शीट का नाम प्रदर्शित होता है। यहाँ से जिस शीट पर कार्य करना है उसे सेलेक्ट करके सीधे उस पर जम्प करते हैं।
Select to next Sheet (ctrl + Shift + Page Down) :- इस विकल्प से वर्तमान के साथ अगली शीट को जोड़ते हैं और शीट टैब को सेलेक्ट करते हैं।
Select to Previous Sheet (ctrl + Shift + Page Up) :- इस विकल्प से वर्तमान शीट के ठीक पिछली शीट से जोड़ते हैं।
Select Row (Shift + Space):- इस विकल्प से वर्तमान शीट के वर्तमान पंक्ति को पूर्ण रुप से चयनित किया जाता है। इस प्रकार कालम को भी चयनित करते हैं जिसकी शॉर्टकट की ctrl + space होती है।
Select Data Era ( ctrl+ *) :- इस विकल्प से वर्तमान शीट पर डेटा एरिया को सेलेक्ट करते हैं।
Select unprotected cells:- इस विकल्प से वर्तमान शीट के अनप्रोटेक्टेड सेट को सेलेक्ट करते हैं।

View Menu
View menu:- इस विकल्प से पेज के व्यू की सेटिंग की जाती है कि पेज कैसा दिखेगा।

Normal view:- बाई डिफाल्ट यही व्यू सेट रहता है।
Page Break:- इस विकल्प से वर्तमान शीट को पेज ब्रेक व्यू में प्रदर्शित करते हैं।
यूजर इन्टरफेस और टूलबार विकल्प राइटर के समान ही हैं।
Formula Bar:- यह बाई डिफाल्ट इस पर टिक रगा रहता है। इससे विन्डों पर फार्मूला बार प्रदर्शित होता है।
Status Bar:- बाई डिफाल्ट इस पर भी टिक लगा रहता है। जिससे विन्डो या स्क्रीन पर नीचे की ओर क्षैतिज पंक्ति के रुप में स्टेटस बार प्रदर्शित होता है।
View Headers:- इस विकल्प को भी हाइड या शो किया जाता है। कालम का नाम A, B, C, …… और पंक्ति का नाम 1, 2, 3, …. को ही हेडर कहते हैं।
इस विकल्प से दोनों हेडर्स का हाइड या शो किया जा सकता है।
View grid lines:- इस विकल्प से ग्रिड लाइन को शो या हाइड किया जा सकता है। कालम तथा रो की रेखाओं को ही ग्रिड लाइन कहते हैं। इन्हीं से शीट पर सेल बने होते हैं।
Value highlighting (ctrl + F8) :- शीट पर चयनित डेटा या वैल्यू में से केवल आंकिक मानों को हाइलाइट करता है। नम्बर को हाइलाइट करने के लिए यह उन्हें नीले रंग में प्रदर्शित करता है।
Show Formula:- इस विकल्प से शीट पर विभिन्न सेलों को इन्सर्ट किये गये फार्मूले या फंक्शन से सम्बन्धित सेल प्रदर्शित होते हैं। अर्थात् इस विकल्प पर एक क्लिक करने पर सेल के अन्दर लिखा गया फार्मूला या फंक्शन प्रदर्शित होता है और पुनः क्लिक करने पर परिणाम उलट जाता है।
Comments:-शीट पर इन्सर्ट किये गये कमेन्ट्स को शो या एड करते हैं।
Split window:- इस विकल्प से विन्डो या स्क्रीन को चार भागों में विभक्त किया जा सकता है।
इससे वर्तमान विन्डो ऊर्ध्वधर और क्षैतिज रुप में चार भागों में बँट जाती है। एस्टिव या वर्तमान सेल के ऊपर रेखा से क्षैतिज रुप में तथा नीचे रेखा से ऊर्ध्वधर रुप में बँट जाते हैं। प्रत्येक खण्ड में वर्तमान शीट समान रुप से प्रदर्शित होता है।
Freeze Rows and columns:- इस विकल्प से शीट के एक निश्चित भाग को जाम करते हैं जिससे शीट को ऊर्ध्वधर या क्षैतिज रुप से खिसकाने पर जाम किया गया भाग अपने स्थान पर ही स्थित रहता है। और शीट के शेष भाग दायें-बायें या ऊपर-नीचे खिसकते हैं।
एक्टिव सेल के ठीक बायें ओर ऊपर का हिस्सा जाम हो जाता है। और शेष भाग मुक्त रहते हैं। जिससे स्क्राल करने पर शेष भाग खिसकेंगे और जाम भाग स्थिर रहेगा।
इस विकल्प पर एक बार क्लिक करने से जाम तथा दूसरी बार क्लिक करने से वह पुनः अपने पूर्व स्थित में आ जाता है।
Freeze cells:- इसमें दो विकल्प होते हैं- Freeze First column and Freeze first row :- इनसे पहली पंक्ति और स्तंभ को जाम किया जाता है।
Side Bar:- इस विकल्प से साइड बार को हाइड या शो करते हैं बाई डिफाल्ट शो रहता है।
Styles, Gallery, Navigator आदि विकल्प लिब्रे ऑफिस राइटर की भाँति ही कार्य करते हैं।
Function List:- इस विकल्प से विभिन्न फंक्शन की लिस्ट प्रदर्शित होती है। या साइडबार में फंक्शन की लिस्ट प्रदर्शित होती है।
Data sources (ctrl+Shift+F4):- इस विकल्प से डेटा बेस फाइलें आब्जेक्ट और उसके विकल्प प्रदर्शित होते हैं जिससे हम वर्तमान स्प्रीड शीट के लिए विभिन्न डेटा स्रोंतो का चयन करते हैं।
Data sources (ctrl+Shift+F4):- इस विकल्प से डेटा बेस फाइलें आब्जेक्ट और उसके विकल्प प्रदर्शित होते हैं जिससे हम वर्तमान स्प्रीड शीट के लिए विभिन्न डेटा स्रोंतो का चयन करते हैं।
Data sources (ctrl+Shift+F4):- इस विकल्प से डेटा बेस फाइलें आब्जेक्ट और उसके विकल्प प्रदर्शित होते हैं जिससे हम वर्तमान स्प्रीड शीट के लिए विभिन्न डेटा स्रोंतो का चयन करते हैं।
Insert Menu
Insert menu:- इसके द्वारा विभिन्न ऑब्जेक्ट को शीट में लाया जाता सकता है।

Image:- इस विकल्प से कम्प्यूटर में सेव किसी भी इमेज को शीट में लाया जा सकता है।
Chart:- इस विकल्प से विभिन्न प्रकार के चार्ट को डेटा शीट के अन्दर लाया जा सकता है। इस पर क्लिक करने पर निम्न विकल्प प्रदर्शित होते हैं। बाई डिफाल्ट कालम चार्ट चयनित रहता है।

Data Range:- इस स्टेप में चार्ट से सम्बन्धित टेबल में से चार्ट के y अक्ष के डेटा के लिए डेटा का चयन करते हैं।
Data Series:- इस स्टेप में चार्ट से सम्बन्धित टेबल में से चार्ट के x अक्ष के डेटा के लिए डेटा का चयन करते हैं।
Chart Alignment:- इस स्टेप में चार्ट के अन्य तत्वों का चयन करते हैं जैसे- chart, title, subtitle, x Axis title , y axis title, title की पोजिशन का चयन आदि।
Pivot table:- इस विकल्प से शीट पर डेटा डबल इन्सर्ट करते हैं। इस टेबल में विभिन्न प्रकार के डेटा वैल्यू को रखा जाता है। इसका प्रयोग करके ही हम चार्ट बनाते हैं।
चार्ट और पिवोट टेबल के द्वारा ही डेटा को प्रस्तुत करते हैं।
मीडिया, ऑब्जेक्ट, शेप लिब्रे ऑफिस राइटर की भाँति ही प्रयोग किये जाते हैं।
Function(Ctrl+F2):- इस विकल्प से फंक्शन से साइडबार प्रदर्शित होता है। इसमें अलग-अलग कटेगरी में विभिन्न फंक्शन होते हैं, जिनसे हम अलग-अलग प्रकार की गणनाएँ करते हैं इसमें निम्न कटेगरी में फंक्शन होते हैं।

Mathematical Function:-

ABS Function:- इस फंक्शन से आंकिक को बिना धन या ऋण चिन्ह के प्रदर्शित होते हैं।
=abs(-52) or (+52) = 52
And
=abs(-15*2) = 30
Ceiling Function:- इस फंक्शन से पहली संख्या के ठीक बड़ी संख्या का गुणज प्रदर्शित होता है। इस फंक्शन में दो संख्या दी रहती है। दूसरी संख्या का गुणज जो पहली संख्या के नजदीक और बडा हो, प्रदर्शित होता है। जैसेः-
=ceiling(17,3)=18
=ceiling(15,3)=15
=ceiling(-17,3)= -15 (क्योंकि ऋण चिन्ह के साथ छोटी संख्या बड़ी संख्या होती है।)
Fact Function (Factorial):- इस फंक्शन से दी गई संख्या का फैक्टोरियल मान ज्ञात करते हैं। जैसे-
=fact(5) =120 (=fact(5) = 5! = 5.4.3.2.1 = 120)
- ऋणात्मक संख्याओं का फैक्टोरियल नहीं होता है। ऋणात्मक संख्या ओंकाफैक्टोरियल ज्ञात करने पर इररकामिसेज प्रदर्शित होता है।
- यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि कोई भी फंक्शन = चिन्ह के साथ शुरु किया जाता है। अन्यथा फंक्शन कार्य नहीं करेगा।
Combin Function (Combination):- इस विकल्प से दी गई संख्या का काम्बीनेशन (संचय) ज्ञात करते हैं। जैसे-
nCr = n!/r!(n-r)! (n!= n(n-1)(n-2)(n-3)…………..3.2.1.)or (4!= 432*1=24)
इस प्रकारः-
=COMBIN(4,2) = 6 (4C2 = 4!/2!(4-2)! = 4!/2!2! = 4.3.2.1/2.1.2.1= 6)
Even (सम):- इस फंक्शन से दी गई फंक्शन को नजदीकी ओर बड़ी संख्या में बदलते हैं।
=even(17)=18
=even(-17)= -18
=even(12)=12
GCD (Greatest Common Divisor) function:- इस फंक्शन से दी गई संख्याओं का म.स. ज्ञात करते हैं। जैसे-
=gcd(15, 18, 24) = 3
INT Function:- यह इन्टीजर (पूर्णांक) फंक्शन दी गई संख्या में नजदीकी और छोटे पूर्णांक में बदलते हैं। जैसे-
=int(25.99) = 26
=int(24.23) = 24
LCM (least common multiple) function:- इस फंक्शन से दी गई संख्या का ल.स. ज्ञात करते हैं। जैसे-
=LCM(4, 8, 12) = 24
Mod function:- इस फंक्शन से दी गई संख्या को दी गई दूसरी संख्या से भाग देते हैं भाग देने पर प्राप्त शेषफल को प्रदर्शित करता है। जैसे-
=mod(13,4) = 1
=mod(18,6) = 0
=mod(4,13) = 4
=mod(13,-4) = error (कोई परिणाम प्रदर्शित नहीं होगा)
=mod(-13,-4) = -1
Odd function:- दी गई संख्या के नजदीकी विषम संख्या से बड़ा अंक प्रदर्शित करती है। जैसे-
=odd(14) =15
=odd(-14) = -15
=odd(-10*3) = -31
=odd(10+2) = 13
Log function:- इस फंक्शन से दी गई संख्या का दिये गये आधार पर लघुगणकीय मान ज्ञात करते हैं । जैसे-
=log(10,10) = 1
=log(2,10) = 0.3010
इसमें आगे वह संख्या लिखते हैं जिसका लॉग ज्ञात करना होता है तथा बाद में उसका आधार लिखा जाता है।
Log10 function:- इसमें आधार लिखने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि यह सदैव आधार 10 पर ही लॉग ज्ञात करता है। जैसे-
=log10(100) = 2
=log10(2) = 0.3010
Power Function:- इससे किसी संख्या की घात का मान ज्ञात करते हैं। जैसे-
=power(10,2) = 100
=power(2,10) = 1024 (इसमें आगे आधार तथा बाद में घात लिखा जाता है)
Quotient function:- इस फंक्शन से दी गई संख्या में से पहली संख्या को दूसरी संख्या से भाग देने पर भागफल का पूर्णांक ज्ञात करते हैं। जैसे-
=quotient(20,3) = 6
=quotient(-25,-4) = 6
Round Function:- इस फंक्शन से दी गई दसमलव संख्याओं को दिये गये अंक के अनुसार लगभग मान व्यक्त करते हैं।
जैसे-
- =round(35.7583,1) = 35.8
- =round(35.7583,2) = 35.76
- =round(35.7583,3) = 35.758
- =round(35.7583,0)= 36
- =round(435.75,-2) = 400
- =round(1635.75,-3) = 2000
- =round(0754.73,-3) = 1000
Round Up:- इस फंक्शन से दी गई संख्या या दशमलव संख्याओं को दिये गये अंक के अनुसार राउण्ड अप करता है। यह सदैव अन्तिम अंक में 1 जोड़कर परिणाम प्रदर्शित करता है। जैसे-
=roundup(23.6137,1) = 23.7
=roundup(23.6137,1)
=roundup(23.6137,1)
=roundup(23.6137,1)
=roundup(23.6137,1)
M round function:-दी गई पहली संख्या को उसके नजदीक दी गई दूसरी संख्या के गुणज में बदल देता है।
=MRound(17,5) = 15
=MRound(17,2) = 18
क्योंकि 16, 18 दोनों 17 के नजदीक है इसलिए बड़ी संख्या ही माना जाएगा।
=MRound(23,5) = 25
=MRound(25,5) = 25
=MRound(9,16) = 12
इसमें भी 6, 12 दोनों 9 के नजदीक हैं इसलिए बड़ी संख्या लिखा जाएगा।
Round Sig:- दी गई फंक्शन से दिये गये अंक के अनुसार राउण्ड के नियम से प्रदर्शित करता है।
यह संख्या को उतने ही अंक में बदलकर प्रदर्शित करता है। जो दिये गये अंक हैं।
=RoundSig(23.6837,1) = 20
=RoundSig(23.687,2) = 25
=RoundSig(23.6871,3) = 25.7
=RoundSig(23.6871,-1) = 200
Sign Function:- दी गई संख्या के चिन्ह को प्रदर्शित करता है।
- =Sign(36) = 1
- =Sign(-36) = 0
- इसमें केवल तीन परिणाम आ सकते हैः- 1, 0 या -1
- =Sign(32-63) = -1
- Sign(12*-5) = -1
- Sign(15-15) = 0
SQRT Function:- दी गई संख्या की वर्गमूल मान प्रदर्शित करता है।
=sqrt(81) = 9
=sqrt(2) = 1.414213562
=sqrt(3) = 1.73205808
=sqrt(5) = 2.236067977
Product Function:- सभी संख्या की गुणनफल किया जाता है।
=product(2,5,6,4) = 240
=product(2,5,-6,4) = -240
=product(2,-5,-6,4) = 240
LN fuction:- इस फंक्शन से दी गई संख्या का आधार e पर लघुगणकीय मान ज्ञात होता है, अर्थात् दी गई संख्या का प्राकृतिक लघुगणक ज्ञात होता है।
=ln(2) = 0.693147181
Sum Fuction:- दी गई संख्याओं का योगफल ज्ञात करता है।
=sum(10,15,20) = 45
=sum(-10,-20,30) = 0
Sumif Fuction:- दी गई संख्याओं का दिये शर्त के अनुसार योगफल ज्ञात करता है। या दिये गये सेल रेन्ज के आंकिक मानों का योगफल ज्ञात करता है।
=sumif(A1:A10, “<50”)
= 139 =sumif(B1:B10, “<15”)
= -5 =sumif(B1:B10, “>5”) = 35
=sumif(B1:B10, “≤”) = -5
Sumsq Function:- इस फंक्शन से दी गई संख्याओं या सेल रेन्ज की संख्याओं के वर्गों का योग ज्ञात करता है।
नोट- टेक्स्ट और रिक्त सेलों को इग्नोर करता है।
=sumsq(1,0,3,2) = 14
=sumsq(0.3,0.1,1,1.1) = 3.03
Degrees:- दिये गये कोण के रेडियन मान को डिग्री में बदलता है। 1 डिग्री 57.27 रेडियन लगभग के बराबर होता है।
=degrees(1.57) = 89.960 (लगभग)
=degrees(3.14) = 179.908 (लगभग)
Radians Fuction:- दिये गये कोण को डिग्री मान को रेडियन में बदलता है।
=radians(89.96) = 1.570 (लगभग)
Sin, Cos, Tan, Sec, Cot, Cosec Funtions:- इस फंक्शन से सम्बन्धित कोणों के त्रिकोणमितीय अनुपात ज्ञात किया जा सकता है।
=sin(90) = 1
Statistical Function
Average Function:- इस फंक्शन से दी गई संख्याओं या सेल रेन्ज को संख्याओं का औसत मान ज्ञात करते हैं। यह टेक्स्ट व रिक्त सेल को इग्नोर करता है।
=average(5,6,10) = 7
Averagea Function:- इस फंक्शन से दिये गये सेल रेन्ज में से संख्याओं का औसत मान प्रदर्शित करता है। परन्तु यह टेक्स्ट वैल्यू को इग्नोर नहीं करता है, बल्कि उसे शून्य करता है। केवल रिक्त वैल्यू को इग्नोर करता है।
=averagea(B1:B10) = 3.75
Average if Function:– इस फक्शन से दिये गये सेल रेन्ज में से आंकिक मानों का दी गई शर्त के अनुसार औसत ज्ञात होता है। यह टेक्स्ट व रिक्त सेल को इग्नोर करता है।
=averageif(B1:B10, “>=5”) = 13.33
Count:- इस विकल्प से केवल उन सेलों को गिनता है जिसमें आंकिक मान होते हैं-
=count(A1:A5) =10
Counta Function:- इस फंक्शन से उन सभी सेलों को गिनता जिनमें कोई डेटा होता है, केवल रिक्त सेलों को छोड़कर।
=counta(A1:A7) = 15
Count blank Function:- दिये गये सेल रेन्ज से केवल रिक्त सेलों को गिनता है।
=countblank(A1:A5) =3
Count If Function:- दिये गये सेल रेन्ज में दी गई शर्त के अनुसार आंकिक मान को गिनता है टेक्स्ट व रिक्त सेल को इग्नोर कर देता है। =countif(A21:A45, <=15) =7
Large Function:- इस फंक्शन से दिये गये सेल रैन्ज में दिये गये डेटा में से सबसे बड़ी संख्या को प्रदर्शित करता है।
=large(A2:A5) =89
Small Fuction:- दिये गये सेल रेन्ज में से दिये गये डेटा में से सबसे छोटी संख्या को प्रदर्शित करता है।
=small(A45:A68) = 0
Max function:- दिये गये विकल्प सेल में सबसे बड़ी संख्या को प्रदर्शित करता है। टेक्स्ट और रिक्त सेल को इग्नोर करता है।
=max(A1:A5) =20
यदि संख्या के रूप में धनात्मक वैल्यू दी गई (<,>) हो तो दी गई शर्त सही है तो 1, यदि गलत है तो 0 लेकर फक्शन को हल करते हैं।
Maxa Function:- दी गई सेल रेन्ज में से सबसे बड़ी संख्या को प्रदर्शित करता है यह टेक्स्ट वैल्यब को इग्नोर नहीं करता है बल्कि उसके मान पर शून्य रीड करता है।
=maxa(A1:A3) = 34
=maxa(B1:B7) = 8
Max If Function:- दिये गये सेल रेन्ज और सम्बन्धित शर्त के अनुसार सबसे बड़ी संख्या को प्रदर्शित करता है।
Min Function:- दी गई संख्याओं या सेल रेन्ज की संख्याओं में से छोटी संख्या को प्रदर्शित करता है।
=min(5, 5>15, 15, 1) = 0
=min(A1:A19) = -39
=min(3, 9, 10< 12, 2) = 1
Mina Function :– इस फंक्शन से दी गई संख्याओं या सेल रेन्ज की संख्याओं में से सबसे छोटी संख्या प्रदर्शित होती है। यह टेक्स्ट वैल्यू को शून्य पढ़ता है।
=mina(5, 5>15, 12) = 0
=mina(A1:A10) = -20
=mina(B1:B10) = 0
Min If Function:- दिये गये कई सेल रेन्ज और सम्बन्धित पूर्ति के अनुसार सबसे छोटी संख्या को प्रदर्शित करता है।
Median Function:– दी गई संख्याओं या सेल रेन्ज की संख्याओं की माध्यिका ज्ञात करता है। टेक्स्ट व रिक्त सेल को इग्नोर करता है।
डाटा की संख्या विषम होने पर निम्न सूत्र अप्लाई करता है- ((n+1)/2) वाँ पद
तथा डाटा की संख्या सम होने पर निम्न सूत्र अप्लाई करता है- ((n⁄2 वाँपद +(n⁄2+1)वाँपद)/2)
=median(A1:A6) = 0.5
=median(-20, -7, -5, 0, 1, 4, 7, 8) = 0.5
Mode Function:- दी गई संख्याओं या सेल रेन्ज की संख्याओं का बहुलक प्रदर्शित होता है। अर्थात् कौन सी संख्या सबसे ज्यादा बार है उसकी उसको प्रदर्शित करता है।
=mode(3,4,2,5,2,6,2,6,l, 2,5,2,2,6) = 2
=mode(A1:A8) = 8
Stdev Function ( Standard Deviation Function):– दी गई संख्याओं या सेल रेन्ज की संख्य़ाओं का मानक विचलन मान प्रदर्शित करता है। टेक्स्ट या रिक्त स्थान को इग्नोर करता है।
Stdeva Function:- इस फंक्शन से भी मानक विचलन ही ज्ञात किया जाता है। यह टेक्स्ट या रिक्त सेल को शून्य पढ़ता है।
Date and time category function:-
Day function:- दी गई संख्या को दिन के अंक में बदलता है यह 1 से 31 तक को कोई भी संख्या प्रदर्शित करता है।( दिनों की गणना करके)यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि कैल्क गिनती को शून्य से प्रारम्भ करता है। तथा 31 के बाद पुनः एक से प्रारम्भ करता है।
=day(50) = 18
=day(76) = 16
=day(32) = 31
=day(100) = 9
=day(22) = 21
Today Function:- इस फंक्शन से करेन्ट या वर्तमान डेट प्रदर्शित होता है ( कम्प्यूटर के अनुसार) इसको ( ) में कोई वैल्यू नही होते हैं।
=today() = 12/14/2021
Now Function:- इससे वर्तमान तरीख व समय प्रदर्शित होता है।
=now() = 12/14/2021, 09:30:25
Days Function:- इस फंक्शन से दिये गये दो तरीखों के बीच के कुल दिनों की संख्या को प्रदर्शित करता है।
=days(03/05/10, 15/07/19) = 73
Days360 function:- इस फंक्शन से दिये गये दो डेट के बीच के कुल दिनो की संख्या प्रदर्शित होती है परन्तु यह पूरे वर्ष में 360 दिन अर्थात् प्रत्येक महीनें को 30 दिन का मानता है।
=days(03/05/10, 15/07/19) = 72
Days in month function:- इस फंक्शन से दिये गये डेट के अनुसार माह के कुल दिनों की संख्या प्रदर्शित होता है।
=daysinmonth(03/15/19) = 31
Days in years function:- दिये गये डेट के वर्ष में कुल दिनों की संख्या प्रदर्शित करता है।
=daysinyears(12/16/19) = 365
=daysinyears(22/10/20) = 366
Easter Sunday function:- दिये गये वर्ष easter Sunday function की तारीख प्रदर्शित करता है।
=eastersunday(2019) = 21/4/2019
=eastersunday(2023) = 8/4/2023
Hour function:- दी गई संख्या को घण्टे में बदलता है अर्थात् दिये गये समय वैल्यू में से घण्टे के मान को अंक में प्रदर्शित करता है यह 0 से 23 तक की संख्या प्रदर्शित करता है।
=hour(11:30:50) = 11 घण्टा
=hour(5:45:22) = 5 घण्टा
Minute Function:- दिये गये टाइम वैल्यू में से मिनट की संख्या को प्रदर्शित करता है। यह 0 से 59 तक बड़ी संख्याओं को प्रदर्शित करता है।
=minute(11:30:56) = 30
=minute(18:78:80) = 19
=minute(24:40:25) = 40
Second Function:- उपर्युक्त की भाँति ये दिये हुए समय में से सेकण्ड को प्रदर्शित करता है।
Months Function:- दिये गये तरीखों के बीच के महींनों की संख्या को प्रदर्शित करता है। इस फंक्शन में स्टार्ट डेट, इन्ड डेट और टाइम तीन वैल्यू दी जाती है।
=months(start date, end date type)
Type के लिए 0 या 1 लिखा जाता है।
0 लिखने पर गणना के अनुसार कुल महीने की संख्या प्रदर्शित करता है।
1 लिखने पर कैलेण्डर के अनुसार कुल महीने की संख्या प्रदर्शित करता है।
=months(16/4/17, 4/11/18 > 0 ) = 18
=months(16/4/17, 4/11/19, 1) = 19
Logical category function:- AND, OR , NOT, FALSE, TRUE, XOR, IF, IFNA, IFERROR, TFS आदि।
AN Function:- इस फंक्शन से दी गई गयी दो या दो से अधिक तार्किक कथनों की जाँच होती है।
जब दिये गये सभी तार्किक कथन सत्य होते हैं तो true अथवा false प्रदर्शित करता है।
=and(A2>50, B2<50) = false
=and(A7>10, B7<10) = false
=and(A6<10, A1<>0) = true
OR Function:- इसमें दो या दो से अधिक तार्किक कथन दिये गये इसकी जाँच करता है। जब दिये गये सभी तार्किक असत्य होते तो False अथवा True.
कथन में यदि कभी भी true आये तो वह true होगा।
NOT Function:- इसमें केवल एक तार्किक कथन दे सकते हैं और उसकी जाँच होती है यदि कथन सत्य है तो फाल्स यदि असत्य होता है तो ट्रू होत है।
=not(A2>50) = true
=not(A6<10) = false
XOR Function:- इसमें दोनों कथनों की जाँच होती है, जब दिये गये कथन सत्य होत तो फाल्स जब दोनों कथनों में से एक सत्य व असत्य होत तो सत्य होगा। =xor(A3<20, B3>20) = false
=xor(-20>0, -20<0) = true
True Function:- इस फंक्शन से true प्रदर्शित होता है इसमें कोई वैल्यू नहीं देता है।
=true() = true
False Function:- इसमें फंक्शन से गलत प्रदर्शित होता है इसमें कोई वैल्यू नहीं देता है।
=false() = false
IF Function:– इस फंक्शन दी गई तार्किक वैल्यू की जाँच होती है इसमें एक या एक से अधिक तार्किक कथन दिये गये होते हैं जिनकी जाँच करते दिये गये इनपुट वैल्यू के अनुसार आउटपुट प्रदर्शित करता है।
=if(35>50 “y” “n”) = N
=if(42>50 “xyz” if(40<50 “abc”)) = ABC
IFNA Function:- इस फंक्शन से दी गई तार्किक कथन की जाँच होती है दिया गया मान कथन के अनुसार मैच होने पर true , न मैच होने पर false प्रदर्शित करता है।
=ifna(A7>20) = false
=fina(A7<20) = true
Iferror function:- यह दिये कथन के अनुसार वैल्यू की जाँच करता है यदि वह एक गलत वैल्यू है। तो उसे प्रदर्शित करता है यदि नहीं हैं तो प्रदर्शित करता है। तो अल्टसेटिंग को प्रदर्शित करता है।
=iferror(A5>10 “abc”) = -40
=iferror(A7≥10 “ABC”) = ABC
=iferror(A7>10 “ABC”) = falsle
IFs Function:- यह एक या अधिक तार्किक कथनों की जाँच करता है और इस दौरान पहला सत्य कथनप्राप्त होने पर उसका संगत आउटपुट प्रदर्शित करता है।
Switch Function:- एक या एक से अधिक तार्किक कथनों की जाँच करता है और पहले सत्य कथन के संगत परिणाम को प्रदर्शित करता है। इसमें एक व्यंजक भी दिया जाता है।
=switch(Expresion Value1, result1 Value 2, result2, value3, result3)
Function of Text category:-
Char Function:- इस फंक्शन से दिये गये नम्बर वैल्यू को सम्बन्धित अक्षर या संकेत में बदलते हैं। इसमें (1-255) तक के वैल्यू दिये जाते हैं। जिनका आस्की कोड के अनुसार संकेत प्रदर्शित होता है।
97-122 (a-z)
65-90 (A-Z)
48-57 (0-9)
=char(97) = a
=char(99) = c
=char(67) = C
=char(90) = Z
=char(50) = 2
=char(64) = @
Arabic Function:- दिये गये संकेत के लिए अंक प्रदर्शित करता है।
=Arabic(viii) = 8
=Arabic(ix) = 9
=Arabic(xiv) = 14
=Arabic(ccc) = 300
Raman Function:- इस फंक्शन से दिये गये अंक की रोमन संकेतों में बदलते हैं।
=Roman(8) = viii
=roman(14) = xiv
=roman(309) = cccix
Concat Function:- इस फंक्शन से दिये गये दो या दो से अधिक टेक्स्ट वैल्यू को जोड़कर प्रदर्शित करते हैं।
=concat(A5,C4) = kisan gupta
=concat(A4,B3,A6) = 105 XYZ Ravi
=concat(C3,A4) = 100 105
=concat(A4,B2) = 105
Concatente Function:- दिये गये दो या दो से अधिक टेक्स्ट को मिला कर एक एक साथ प्रदर्शित करता है।
=concatente(A5,C4) = Kisan Gupta
Left Function:- दिये गये टेक्स्ट में से बाई तरफ से दिये गये अंक के अनुसार अक्षरों को प्रदर्शित करता है।
=left(Amit Maurya 2) = Am
=left(Amit Maurya 5) = Amit (इसमें एक अक्षर के स्थान पर स्पेस है)
Right Function:- इस फंक्शन से दिये गये टेक्स्ट में से बांये तरफ से अंक के अनुसार अक्षरों को प्रदर्शित करता है।
=right(Amit Maurya 6) = Maurya
=right(Atul Maurya 2) = ya
Mid Function:- दिये गये टेक्स्ट में से दिये गये पहले अंक वाले स्थान से दिये गये दूसरे अंक के अनुसार अक्षरों को प्रदर्शित करता है।
=mid(Atul Maurya 2,4) = tul
=mid(Atul Maurya 2,3) = tu
=mid(Atul Maurya 4,7) = l Ma
Dollar Function:- दी गयी संख्या को टेक्स्ट में से करेन्सी फ़ॉर्मेट में बदलता है।
=dollar(54) = रू54.00
Len Functon:- दिये गये टेक्स्ट की लम्बाई को अर्थात् टेक्स्ट के कुल अक्षरों की संख्या को प्रदर्शित करता है। स्पेस को एक अक्षर के रूप में गिनता है।
=len(“Mohan”) = 5
=len(“Studynotes Book”) = 13
Lower Function:- इस फंक्शन से दिये गये टेक्स्ट के सभी अक्षर छोटे लेटर में प्रदर्शित होते हैं।
=lower(“Mauryaji”) = mauryaji
=lower(“MAURYAJI”) =mauryaji
Upper Function:- दिये गये टेक्स्ट के सभी अक्षर को केवल बड़े लेटर में प्रदर्शित करता है।
=upper(“studynotesbook.com”) = STUDYNOTESBOOK.COM
Proper Function:- दिये गये टेक्स्ट के प्रत्येक शब्द के पहले अक्षरो को बड़े लेटर में शेष को छोटे लेटर में प्रदर्शित करता है।
=proper(“studynotes book”) = Studynotes Book
Rept function:- दिये गये टेक्स्ट की दी गयी संख्या के अनुसार शब्दों को बार-बार प्रदर्शित करता है।
=rept(“studynotesbook.com” 4) = studynotesbook,com
studynotesbook,comstudynotesbook,comstudynotesbook,com
Trim Function:– दिये गये टेक्स्ट में से अतिरिक्त स्पेस को हटाकर प्रदर्शित करता है।
=trim(ram…………………sita) = ram……………….sita
Clean Function:- दिये गये टेक्स्ट में से नॉन प्रिंटेबल अक्षरों को हटाता है।
Named Range expression:- इस विकल्प से डेटा शीट के सेल रेन्ज के नाम का निर्धारण करते हैं। निर्धारण किये गये नाम का प्रयोग फार्मूला या फंक्शन में सेल रेन्ज के स्थान पर करत सकते हैं।
Text Box:- इस विकल्प से शीट पर टेक्स्ट बॉक्स ला सकते हैं। जिसमें आवश्यकतानुसार लिखा जा सकता है।
Comment (Ctrl + Alt + C):- इस विकल्प से वर्तमान शीट पर चयनित सेल कमेण्ट इन्सर्ट करते हैं।
Floating Frame:- शीट के चयनित टेक्स्ट के चारों तरफ फ्रेम इन्सर्ट हो जाता है।
Font Work:- इस विकल्प से फान्ट वर्क गैलेरी बाक्स प्रदर्शित होता है। जिसमें विभिन्न डिजाइन और स्टाइल की फॉण्ट वर्क दिये रहते हैं।
Hyper Link (Ctrl + K) :- इस विकल्प से एक्टिव हाइपरलिंक इन्सर्ट करते हैं। इसके द्वारा वर्तमान शीट पर अन्य किसी फाइल या अन्य प्रोग्राम की फाइल के नाम लोकेशन को लिंक रूप में इन्सर्ट करते हैं। अर्थात् वर्तमान फाइल अन्य से जुड़ जाती है। और इसका रंग नीले रंग के लिंक के रूप में प्रदर्शित होता है। लिंक की गयी फाइल को खोलने के लिए हाइपर लिंक पर प्वाइंटर ले जाकर कन्ट्रोल के साथ क्लिक करते हैं
Special Character:- इस विकल्प से स्पेशल करेक्टर डायलाग बाक्स प्रदर्शित होता है। जिसमें अलग अलग भाषाओं के विभिन्न अक्षर प्रदर्शित होते हैं। इन्हें आवश्यकतानुसार वर्तमान सेल में इन्सर्ट कर सकते हैं।
Formatting mark:- इस विकल्प से विभिन्न प्रकार के फॉर्मेटिंग मार्क जैसे- hyphen, breakin hyphen, space, breaking space आदि को टेक्स्ट में इन्सर्ट करते हैं।
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