इस लेख में मूल मात्रक और व्युत्पन्न मात्रक में क्या अंतर है? मूल मात्रक और व्युत्पन्न मात्रक किसे कहते हैं इसके बारे में पढ़ेगें। बहुत ही सरल भाषा में, जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है।
मूल मात्रक किसे कहते हैं
वे मात्रक जो पूर्णत: स्वतंत्र होते हैं, मूल मात्रक कहलाते हैं। मूल राशियों के मात्रक मीटर, सेकण्ड, कैण्डेला, किलोग्राम, केल्विन, एम्पियर तथा मोल मूल मात्रक हैं।
व्युत्पन्न मात्रक किसे कहते हैं
वे मात्रक, जो मूल मात्रकों पर उचित घाते लगाकर प्राप्त किए जाते हैं, व्युत्पन्न मात्रक कहलाते हैं। जैसे – आयतन का मात्रक लिखने के लिए मीटर पर 3 घात चढ़ाते हैं।
मूल मात्रक और व्युत्पन्न मात्रक में अंतर
मूल मात्रक और व्युत्पन्न मात्रक में निम्नलिखित अन्तर इस प्रकार है:
क्रमांक | मूल मात्रक | व्युत्पन्न मात्रक |
1. | मूल मात्रक पूर्णतया स्वतन्त्र होते हैं | व्युत्पन्न मात्रक मूल मात्रकों पर निर्भर रहते हैं |
2. | मूल मात्रक को अन्य मात्रको में नहीं बदला जा सकता हैं | व्युत्पन्न मात्रक को अन्य मात्रको में बदला जा सकता हैं |
3. | मूल मात्रक अन्य मात्रकों का निर्माण करते हैं | व्युत्पन्न मात्रक स्वयं मूल मात्रकों से निर्मित होते हैं |
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