World AIDS Day: विश्व एड्स दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। एड्स दिवस की कल्पना जेम्स डब्ल्यू . बन और थॉमस नेट्टर ने की थी। प्रथम विश्व एड्स दिवस 1 दिसम्बर 1988 को मनाया गया था। विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करना है। एचआईवी यौन संपर्क, रक्त संचरण, प्रसवकालीन संचरण के माध्यम से फैलता है।

विश्व एड्स दिवस1 दिसंबर
प्रारम्भ 1 दिसंबर 1988
प्रतीकएड्स (लाल रिबन)
थीम 2022equalize (समानता)
एड्स मुक्त विश्व का लक्ष्य2030

विश्व एड्स दिवस – World AIDS Day in Hindi

2021 में एड्स से संबंधित बीमारियों से विश्व में 6,50,000 लोगों की मौत हुई।

प्रश्न. एड्स दिवस 1 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है?

उत्तर: विश्व एड्स दिवस 1988 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 1 दिसंबर का दिन बतौर विश्व एड्स दिवस घोषित किया गया। और अब हर साल 01 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में (World AIDS Day) मनाया जाता है | विश्व एड्स दिवस एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है जो एचआईवी संक्रमण के प्रसार और बीमारी से मरने वालों के शोक के कारण एड्स महामारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है।

विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य

HIV के खिलाफ एकजुट होने, HIV संक्रमितों के साथ व समर्थन देने एवं उनकी स्मृति में जिनकी मौत AIDS संबंधी बीमारी से हुई है। एचआईवी संक्रमित लोगों के प्रति भेदभाव और व्याप्त भय को कम से कम करना।

HIV and AIDS full form

  • HIV – Human Immunodeficiency Virus
  • AIDS – Acquired Immune Deficiency Syndrome

कारण

तीन प्रमुख कारण

  • संक्रमित व्यक्ति से असुरक्षित यौन सम्बन्ध से।
  • संक्रमित गर्भवती महिला से होने वाले शिशु को।
  • संक्रमित खून अथवा संक्रमित इंजेक्शन से।

लक्षण

एड्स के निम्नलिखित लक्षण –

  • बुखार
  • जोड़ों में दर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • गले में खराश
  • थकान
  • कमजोरी
  • अनजाने में वजन कम होना आदि।

विश्व एड्स दिवस थीम

  • 2022 – equalize (समानता)

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