विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Day) मनाने का उद्देश्य हिंदी भाषा के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन- पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी से 14 जनवरी 1975 तक नागपुर में आयोजित किया गया। सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वथर्था के तत्वावधान में हुआ। सम्मेलन से संबंधित राष्ट्रीय आयोजन समिति के अध्यक्ष उपराष्ट्रपति श्री बी. डी. जत्ती थे।
पहले विश्व हिन्दी सम्मेलन का बोधवाक्य था- “वसुधैव कुटुंबकम” सम्मेलन में हिन्दी भाषा के लिए पारित किए गए विचार थे-
- संयुक्त राष्ट्रसंघ में हिन्दी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्थान दिया जाए।
- वर्धा में विश्व हिन्दी विद्यापीठ की स्थापना हो ।
- विश्व हिन्दी सम्मेलनों को स्थायित्व प्रदान करने के लिए अत्यंत विचारपूर्वक योजना निर्माण की जाए।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी राष्ट्रीय हिंदी दिवस के बारे में-
संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। इसी दिन देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया नाया गया था।
- आधिकारिक तौर पर पहला हिन्दी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था।
- संविधान के भाग 5 एवं 6 के क्रमश अनुच्छेद 120 तथा 210 में तथा भाग 17 के अनुच्छेद 343, 344, 345, 346, 347, 348, 349, 350 तथा 351 में राजभाषा हिन्दी के संबंध में विभिन्न प्रावधान किये गए हैं इन प्रावधानों के साथ ही संत्रेति भारत की 22 भाषाओं को संविधान की अनुसूची-8 में मान्यता दी गई है।
- अनुच्छेद 343 के खंड (1) के अनुसार देवनागरी लिपि में लिखित हिंदी संघ की राजभाषा है।
शुरुआत
विश्व हिंदी दिवस को मनाने का इतिहास 1974 में शुरू हुआ था। उस वर्ष, भारत सरकार ने नागपुर, महाराष्ट्र में पहला विश्व सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिन्दी के प्रचार – प्रसार के लिए 2006 में प्रति वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाने की घोषणा की थी।
उद्देश्य
इसका उद्देश्य विश्व में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिंदी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है।
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिंदी दिवस का थीम (World Hindi Day Theme)
हर साल 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस (World Hindi Day) एक थीम के साथ मनाया जाता है।
- विश्व हिंदी दिवस 2023 का थीम: ‘हिंदी को जनमत की भाषा बनाना, बगैर उनकी मातृमाभा की महत्व को भूले.’
- विश्व हिंदी दिवस 2024 का थीम: ‘पारंपरिक ज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना’
हिंदी भाषा का इतिहास एवं विकास
भाषा परिवार के आधार पर हिंदी भारोपीय परिवार की भाषा है, भारत में 4 भाषा परिवार है :-
- भारोपयी – 73 %
- द्रविड – 25 %
- आस्ट्रिक – 1.3 %
- चीनी तिब्बती – 0.7 %
हिंदी की जननी संस्कृत है |
हिंदी भाषा का विकास क्रम
संस्कृत → पाली → प्राकृत → अपभ्रंश → अवहट्ट
हिंदी के प्रचार – प्रसार में संलग्न प्रमुख संस्थाएँ
- अक्षरम्
- विश्व हिंदी परिषद
- विश्व हिंदी सचिवालय, मारिशस
- विश्व हिंदी सम्मेलन
भाषा का काल
- वैदिक संस्कृत (2000 – 1000 बी.सी.) B.C
- लौकिक संस्कृत (1000 – 500 बी.सी.) B.C
- पालि (500 – ईस्वी सन् आरंभ तक) A.D
- प्राकृत (इस्वी – 500 ऐ.डी.) A.D
- अपभ्रंश (500 – 900 ऐ.डी.) A.D
- अवहट्ट (900 – 1100 ऐ.डी.) A.D
- पुरानी हिंदी (1100 – 1850 ऐ.डी.) A.D
- आधुनिक हिंदी (1850 – आज तक)
हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन
हिंदी वर्णमाला में कुल 11 स्वर और 41 व्यजंन है |
स्वर :- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः
- ह्रस्व वर्ण – अ, इ, उ, ऋ
- दीर्घ वर्ण – आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ
- अयोगवाह वर्ण – अं, अ:
- अनुस्वार – अं
- विसर्ग – अ:
व्यजंन :- क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ,म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ।
- ‘क’ वर्ग – क् , ख् , ग् , घ् , ङ्
- ‘च’ वर्ग – च् , छ् , ज् , झ् , ञ्
- ‘ट’ वर्ग – ट् , ठ् , ड् , ढ् , ण्
- ‘त’ वर्ग – त् , थ् , द् , ध् , न्
- ‘प’ वर्ग – प् , फ् , ब् , भ् , म्
नोट:- स्पर्श व्यंजन के अंतिम वर्णों को पंचम वर्ण के अंतर्गत रखा गया है | पंचम वर्ग के अक्षर – ङ् , ञ् , ण् , न् , म्
- अन्त:स्थ :- य , र , ल , व
- ऊष्म :- श , ष , स , ह
- द्विगुण व्यंजन :- ड़् , ढ़्
- आगत व्यंजन :- ज़ , फ़
- संयुक्त व्यंजन :- क्ष , त्र , ज्ञ , श्र
विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिंदी दिवस पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस विश्व भर में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है।
विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस मानाने की शुरुआत भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने की थी।
अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे दूसरे लोगों के साथ शेयर जरूर करे ताकि वो भी इसके बारे में जान सके।