आज के इस लेख में मैं आपको हरित क्रांति (Harit Kranti) की पूरी जानकारी दे रही हूँ, तो चलिए जानते हैं – Green Revolution in Hindi. आप चाहे तो इसे अपने Notebook में भी लिख सकते है। जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है।
हरित क्रांति की परिभाषा
हरित क्रांति शब्द का सम्बन्ध आधुनिक प्रौद्योगिकी के प्रयोग से कृषि उत्पादन विशेष रूप से खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि करने से है। इस क्रांति का प्रमुख आधार उच्च उत्पादकता वाले बीजों की किस्मो का अधिकाधिक प्रयोग करना था। भारतीय कृषि के इतिहास में हरित क्रांति (Harit Kranti) का सूत्रपात बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि बढ़ती जनसंख्या के लिए खाद्यान्न की आवश्यकता होती है। इस क्रांति के फलस्वरूप हमारे देश में गेहूं, चावल, ज्वार – बाजरा आदि खाद्यान्नों का उत्पादन तीन गुना से भी अधिक होता है।
हरित क्रांति के जनक
भारत में:- भारत में हरित क्रांति के जनक एम.एस. स्वामीनाथन जी हैं। भारत में हरित क्रांति की शुरुआत सन् 1966 – 67 ई० में हुई है।
विश्व में:- विश्व में हरित क्रांति के जनक प्रोफेसर नॉरमन बोरलॉग जी हैं। जिन्हें सबसे पहले हरित क्रांति शुरु करने का श्रेय जाता है। इन्होंने हरित क्रांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीता था। नॉरमन बोरलॉग, अमेरिका के निवासी थे।
हरित क्रांति का जनक देश
हरित क्रांति का जनक देश फिलीपींस है। हरित क्रांति सर्वप्रथम पंजाब में आयी थी। भारत में हरित क्रांति (Harit Kranti) का सर्वाधिक प्रभाव गेहूं पर पड़ा। हरित क्रांति शब्द के प्रतिपादक विलियम थार्ड जी हैं।
प्रथम हरित क्रांति: प्रथम हरित क्रांति गेहूं के सम्बन्ध में की गयी थी।
द्वितीय हरित क्रांति: द्वितीय हरित क्रांति सन् 1987 में शुरू हुई जिसका सम्बन्ध दलहन, तिलहन, चावल के उत्पादन से है।
हरित क्रांति की शुरुआत किस पंचवर्षीय योजना के तहत की गई थी
हरित क्रांति की शुरुआत दूसरी पंचवर्षीय योजना के तहत की गई थी।
हरित क्रांति के परिणाम
- हरित क्रांति के फलस्वरूप देश में खाद्यान्नों की कमी का संकट दूर हो गया है। तथा देश आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुआ है।
- भारत में प्रति हेक्टेयर उत्पादन में वृद्धि हुई है।
- देश में गेहूं का उत्पादन पहले से पाँच गुना तथा चावल का उत्पादन दो गुना हो गया है।
हरित क्रांति (Harit Kranti) का सामान्य अर्थ कृषि उत्पादन में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि करना है। भारत को कृषि उत्पादन के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है तथा उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरित क्रांति का सूत्रपात किया गया था।
सम्बंधित प्रश्न (FAQs)
Ans: हरित क्रांति को अंग्रेजी में Green Revolution कहते हैं।
Ans: विश्व में हरित क्रांति के जनक प्रोफेसर नॉरमन बोरलॉग जी हैं। और भारत में हरित क्रांति के जनक एम.एस. स्वामीनाथन जी हैं।
Ans: भारत में हरित क्रांति एम.एस. स्वामीनाथन जी लाये।
निष्कर्ष,
इस आर्टिकल में हमने हरित क्रांति (Harit Kranti) के बारे में पड़ा। हमें उम्मीद हैं कि, आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी।
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