प्रश्न :- हिंदी शब्द की उत्पत्ति पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:- हिंदी शब्द की व्युत्पत्ति के मानदंड विवादास्पद है। प्राचीन परम्परा के सनातनी हिंदुओं का विश्वास है कि ‘हिंदी’ शब्द ‘हीन + द’ के संयोग से बना है। ‘हीन’ का अभिप्राय हीनता और ‘द’ का आशय दलन करने वाला है। इस प्रकार ‘हिंदी’ शब्द का अर्थ ‘हीनता का दलन’ करने वाला है।
डॉ. भोलानाथ तिवारी के मतानुसार हिंदी का मूल अर्थ है ‘हिदंका’ या ‘भारतीय’ । व्यापक रूप में हिंदुस्तान में रहने वालों को हिंदू और उनके द्वारा व्यव्ह्त भाषा को ‘हिंदी’ नाम दिया गया। इस संदर्भ में डॉ. लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय का अभिमत है – शब्दार्थ की दृष्टि से ‘हिंदी’ शब्द का प्रयोग हिंदी या भारत में बोली जाने वाली किसी भी आर्य अथवा द्रविड़ अथवा अन्य कुल की भाषा के लिए हो सकता है
किंतु आजकल वास्तव में इसका व्यवहार उत्तर भारत के मध्यदेश के हिंदुओं की वर्तमान साहित्यिक भाषा के अर्थ में तथा इसी भूमि – भाग की बोलियों और उनसे संबंधित रखने वाले प्राचीन साहित्यिक रूपों के अर्थ में साधारणत: होता है। इस प्रकार ‘हिंदी’ शब्द का अर्थ हिंदुस्तान में रहने वाले लोगों के लिए प्रयोग की जाती है। हिंदी भाषा की भी अपनी एक परंपरा है। अपना एक क्रमबद्ध इतिहास है।