चलिए हम आज विश्व स्तनपान सप्ताह दिवस (World Breastfeeding Week) के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं?
विश्व स्तनपान सप्ताह दिवस वार्षिक रूप से 1 अगस्त से 7 अगस्त तक मनाया जाता है। यह सप्ताह विभिन्न देशों में स्तनपान के महत्व को जागृत करने और विश्वभर में स्तनपान को समर्थन प्रदान करने के लिए आयोजित किया जाता है। माँ का दूध शिशु के लिए सर्वोतम आहार होता हैं। बच्चे के जन्म के तुरंत बाद सिर्फ माँ का ही दूध ही दें। उसे पानी शहद, गुड़, घुट्टी आदि न दें, क्योंकि माँ का पहला पिला गाढ़ा दूध बच्चे के लिए रक्षा सूत्र का काम करता है।
विश्व स्तनपान सप्ताह दिवस के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:
- स्तनपान के लाभ को जागृत करना: यह सप्ताह मां-बच्चे के लिए स्तनपान के फायदे और माँ के लिए स्वास्थ्य लाभों को बेहतर ढंग से प्रदर्शित करता है।
- स्तनपान की उपेक्षा के खिलाफ जागरूकता: इस सप्ताह के माध्यम से लोगों को स्तनपान के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है और उन्हें स्तनपान को नवजात शिशु के लिए सबसे अच्छा पोषण स्रोत मानने का प्रोत्साहन मिलता है।
- स्तनपान के समर्थन को प्रोत्साहित करना: इस सप्ताह के दौरान, स्तनपान को समर्थन करने वाले संगठन और व्यक्तियों का प्रोत्साहन किया जाता है जो स्तनपान को प्रोत्साहित करने और समर्थन करने के लिए काम कर रहे हैं।
- स्तनपान के बारे में जागरूकता फैलाना: स्तनपान सप्ताह दिवस के अवसर पर जनता के बीच स्तनपान के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है और स्तनपान से संबंधित विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाता है।
स्तनपान के लाभ
- शिशु का समुचित शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है।
- शिशु को निमोनिया तथा दस्त से बचाता है।
- शिशु के लिए अमृत की बूंद है जो उसकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
ध्यान रखें
- शिशु के जन्म के 1 घंटे के अंदर स्तनपान शुरू करें।
- शिशु को बार बार स्तनपान कराएँ (शुरू के दिनों में प्रतिदिन 8 से 12 बार ) रात को स्तनपान जरुर कराएँ।
- पहले एक तरफ की छाती से दूध पिलायें, जब तक वह पूरा खाली न हो जाये, उसके बाद ही दूसरी तरफ से पिलायें ।
- तनावमुक्त मन से शिशु को स्तनपान करायें।
- 6 माह तक केवल स्तनपान (पानी भी नहीं) ।
- सातवें माह से ऊपरी आहार |
- ऊपरी आहार के साथ साथ स्तनपान कम से कम 2 वर्ष तक ।
यह सप्ताह विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य संगठनों, निगमित एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और स्तनपान के समर्थकों द्वारा आयोजित किया जाता है। इस सप्ताह में संबंधित कई कार्यक्रम, सेमिनार, कार्यशाला, और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं।
"माँ जागरूक तो बच्चा रहेगा तंदरुस्त"
यह सप्ताह स्तनपान को बेहतर ढंग से समर्थन करने और इसे एक स्वाभाविक और प्राकृतिक पोषण स्रोत के रूप में स्थापित करने में मदद करता है, जिससे माँ और शिशु दोनों के स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र पर सम्पर्क करें।
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