अस्त्र और शस्त्र में अंतर बताइए

“अस्त्र” और “शस्त्र” दोनों ही हिंदी में प्रयोग होने वाले शब्द है लेकिन इनका अर्थ थोड़ा भिन्न होता है। भिन्नता के आधार पर “अस्त्र” और “शस्त्र” में अंतर निम्नलिखित इस प्रकार है-

अस्त्र और शस्त्र में अंतर बताइए – Astra aur Shastra Mein Kya Antar Hai

अस्त्रशस्त्र
“अस्त्र” उन हथियारों को संदर्भित करता है जो वैदिक मंत्रो द्वारा प्रयोग में लाए जाते है अर्थात् दूर से क्षति देने और नाश करने वाले हथियार ‘अस्त्र’ कहलाते है।

अथवा

हम सरल शब्दों में कह सकते है कि आकाश में फेंककर चलाया जाने वाला हथियार ‘अस्त्र’ कहलाता है। अस्त्र सामंजस्यपूर्णता और विशेषज्ञता की आवश्यकताको दर्शाता है। वैदिक काल में समस्त अस्त्र वैदिक मंत्रो के आदेश से ही चलते थे।

उदाहरणार्थ: आग्नेयास्त्र, बह्मास्त्र, पाशुपतास्त्र, गरुड़ास्त्र, धनुष – बाण, श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्र और भगवान महादेव का त्रिशूल भी ‘अस्त्र’ की श्रेणी में आते है।
“शस्त्र” उन हथियारों को सन्दर्भित करता है। जिनका प्रयोग किसी द्वंद अथवा युद्ध क्षेत्र में व्यक्ति द्वारा हाथ से पकड़कर किया जाता है।

अथवा

हम सरल शब्दों में कह सकते है कि हाथ से पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार ‘शस्त्र’ कहलाता है। शस्त्र का उपयोग शत्रु पर सीधे प्रहार के लिए किया जाता है तथा इसमे मंत्रों का कोई प्रयोग नहीं किया जाता है।

उदाहरणार्थ: बरहा (भाला), तलवार, गदा, फरसा आदि हाथ में पकड़कर दुश्मन पर वार करने वाले हथियार शस्त्र की श्रेणी में आते है।

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