भारत की सभी प्रमुख स्तूप और गुफाएं | Stupas and Caves in Hindi

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भारत में बहुत स्तूप और गुफा है पर मैंने आपको यहाँ प्रमुख स्तूप और गुफाएं के बारे में बताने वाला हूँ जो आने वाली सभी परीक्षाओं जैसे – NET, JRF, TGT, PGT, KVS, NVS, DSSSB, Class 9, Class 10, Class 11, Class 12, B.A , B. Sc, M.A. आदि और प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे – SBI Clerk & SBI PO, SSC CGL, SSC CHSL, SSC GD Constable, MTS, RRB Group D & JE, DFCCIL, UP Police SI, DSSSB, RRB NTPC CBT 2, RRB NTPC ASM Psycho, Airforce Group X, Airforce Group Y, IBPS RRB PO & Clerk, IBPS SO, RVUNL, UPSSSC PET, IBPS PO, IBPS Clerk, UPSC IAS, MP Police Constable, REET, SUPER TET, CTET, SSC CPO, MPPSC, Navy AA and SSR, UPTET, UP B. Ed JEE, WBP, SSB आदि में आपके लिये बहुत ही उपयोगी होंगी – 

विषय-सूची

भारत की सभी प्रमुख स्तूप और गुफाएं | Stupas and Caves in Hindi

नीचे आपको Map में सभी प्रमुख स्तूप और गुफाएं के बारे में जानकारी दी गई है आप नीचे चित्र में देखे :

भारत की सभी प्रमुख स्तूप और गुफाएं, Stupas and Caves in Hindi

भारत के प्रमुख स्तूप और स्तंभ

उत्तर प्रदेश में स्थित स्तूप

  1. पिपरहवा स्तूप
  2. धर्मराजिका स्तूप
  3. धमेख स्तूप
  4. चौखंटी स्तूप

पिपरहवा स्तूपसिद्धार्थनगर (नेपाल की तराई) में स्थित हैं धर्मराजिका स्तूप, धमेख स्तूप और चौखंटी स्तूप ये तीनो सारनाथ (वाराणसी, उत्तर प्रदेश) स्थित है।

  • धर्मराजिका स्तूप को मौर्य वंश के महान शासक सम्राट अशोक मौर्य ने बनवाया था।
  • धमेख स्तूप को मौर्य वंश के शासक सम्राट अशोक ने बनवाया था लेकिन इसका पुनर्निर्माण गुप्त शासकों ने करवाया इसलिए सर्वाधिक मान्यता गुप्त शासकों को दी जाती है।

बिहार में स्थित स्तूप एवं गुफाएं

बिहार में स्तूप और गुफाएं कहाँ – कहाँ स्थित है और उसका निर्माण किसने कराया ये जानना चाहे है तो ये लेख आपके लिए है :Please Join Telegram Channel

बिहार में स्थित स्तूप एवं गुफाएँ

  • केसरिया स्तूप, चम्पारण (बिहार) में स्थित है।

Note:-

  • भारत का सबसे बड़ा स्तूप केसरिया स्तूप (चम्पारण, बिहार) है।
  • विश्व का सबसे बड़ा स्तूप जावा स्तूप है।

बराबर और नागार्जुन गुफाएँ बिहार के जहाँनाबाद जिले में स्थित है।

Note:-

  • केसरिया स्तूप तथा बराबर गुफाएँ मौर्य वंश के महान शासक सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ई०पू० में बनवाया था।
  • सम्राट अशोक, मौर्य वंश के शासक है।

बराबर पहाड़ी पर चार गुफाएँ स्थित है।

  1. कारचोपड़ गुफा
  2. लोमसऋषि गुफा
  3. सुदामा गुफा
  4. विश्व झोपड़ी गुफा

Note:-

  • इन सभी गुफाओं पर सम्राट अशोक के काल का उल्लेख भी है।
  • नागार्जुनी गुफा को मौर्य वंश के शासक सम्राट अशोक के पौत्र सम्राट दशरथ मौर्य ने तीसरी शताब्दी ई०पू० में बनवाया था।

नागार्जुन पहाड़ी पर तीन गुफाएँ स्थित है।

  1. वापियक गुफा
  2. वाहियक गुफा
  3. गोपिका गुफा

इन गुफाओं पर भी सम्राट दशरथ मौर्य का अभिलेख है जिस पर उनका नाम अंकित है।

पाकिस्तान में स्थित स्तूप

धर्मराजिका स्तूप, पाकिस्तान के रावलपिंडी जिले में स्थित है।

  • धर्मराजिका स्तूप का निर्माण मौर्य वंश के शासक सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ई०पू० में करवाया था।
  • बाद में, धर्मराजिका स्तूप का पुननिर्माण कुषाण वंश के शासक कनिष्क ने करवाया।
  • धर्मराजिका स्तूप, क्षेलम और सिन्धु नदी के तट पर स्थित है।

मध्यप्रदेश में स्थित स्तूप एवं गुफाएँ

मध्यप्रदेश में स्थित स्तूप:

  1. सांची स्तूप
  2. भरहुत स्तूप

सांची स्तूप, मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है और भरहुत स्तूप, मध्यप्रदेश के सतना जिले में स्थित है।

सांची स्तूप से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां

  • सांची स्तूप का प्राचीन अथवा पुराना नाम कांफनादवाट है।
  • सांची स्तूप की खोज कर्नल मैकन्जी ने सन् 1818 ई० में किया था।
  • सांची स्तूप को यूनेस्को वर्ल्ड हेल्डेसाइड की सूची में शामिल किया गया है।
  • सांची स्तूप का निर्माण मौर्य वंश के महान शासक सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ई०पू० में करवाया था।
  • सांची स्तूप का निर्माण मौर्य काल में हुआ।
  • सांची स्तूप, का निर्माण ‘तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व‘ में हुआ था।
  • सांची के चारों और ‘तोरणद्वार‘ बना है।
  • सांची स्तूप के चारों ओर के तोरणद्वार को सातवाहन काल में बनाया गया।
  • सांची स्तूप के चारो ऑर का घेरा या (वेदिका) को शुंग काल में शुंग वंश के शासक पुष्यमित्र शुंग के समय में बनवाया गया था।

सांची में तीन स्तूप स्थित है :-

  1. पहला जो सबसे बड़ा स्तूप है उसे महास्तूप या ग्रेट स्तूप भी कहते है यह स्तूप बुध्द भगवान की अस्थि धातुओं पर बना है।
  2. दूसरा स्तूप महामुगलायन और सारीपुत की अस्थियों पर बना है।
  3. जो तीसरा स्तूप है वो सम्राट अशोक के समय जो घर्मप्रचारक थे, उनके अस्थियों पर बनाया गया है।

Important :- सम्राट अशोक स्तम्भ सांची में भी है, जो भी चार शेरो वाला। यानी कि एक अशोक स्तम्भ सिंह वाला सारनाथ में है। इस प्रकार एक अशोक स्तम्भ सारनाथ में है, और दूसरा अशोक स्तम्भ सांची में पाया गया है।

नोट:- अशोक स्तम्भ सांची के दक्षिणी द्वार पर स्थित है।

सांची में स्थित दूसरा और तीसरा स्तूप आकार में पहले स्तूप की अपेक्षा छोटे है।

भरहुत स्तूप से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां

  • भरहुत स्तूप मध्यप्रदेश के सतना जिले में स्थित है।
  • भरहुत स्तूप की खोज जनरल कनिंघम ने सन् 1873 ई० में किया था। और ये स्तूप अभी वहां पे मौजूद नहीं है, क्योकि ये भग्नावशेष अवस्था में पाया गया था।
  • भरहुत स्तूप के अवशेषों को इंडियन म्यूजियम कोलकाता में सुरक्षित रख दिया गया है.
  • यह आश्यर्य की बात है कि कनिंघम के समय वहां पर रेलवे लाइन नहीं बिछी थी, तो कनिंघम ने भरहुत स्तूप के अवशेषों को ले जाने के लिए सांची जगह को रेलवे लाइन से कनेक्ट कर दिया। केवल उन अवशेषों को कलकत्ता ले जाने के लिए।

मध्यप्रदेश में स्थित गुफाएँ

मध्यप्रदेश में स्थित दो गुफाएँ:-

  1. बाघ गुफा – (धार जिला में स्थित)
  2. उदयगिरि गुफा – (विदिशा जिला में स्थित)

बाघ गुफा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां

  • बाघ गुफा मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित है।
  • बाघ गुफा की खोज 1818 ई० में डेंजर फील्ड ने किया था।
  • बाघ गुफा में 9 गुफाएं है जिसमे से 6 ठीक – ठाक अवस्था में है जबकि 3 गुफाएँ ध्वंस्त अवस्था में देखने को मिलाती है।
  • बाघ गुफा में चित्र पाये गये है और ये गुफा बौध्द धर्म से संबंधित है।
  • बाघ गुफा की सभी गुफाएँ सातवाहन काल में निर्मित की गयी है। जबकि गुफाओं पर चित्र गुप्त काल में अंकित किये गये।
  • बाघ गुफा के आस – पास बाघनी/बाघमती नदी स्थित है। बाघनी/बाघमती नदी नर्मदा नदी की सहायक नदी है। इसलिए यदि आप्शन में बाघनी/बाघमती नदी नही दिया है तो हम नर्मदा नदी को सही करेगे।

नोट:-

  • पिपरवा स्तूप, धर्मराजिका स्तूप, केसरिया स्तूप, साँची स्तूप, भरहुत स्तूप ये सभी स्तूप बौध्द धर्म से सम्बन्धित है।
  • बराबर और नागाजुनी गुफाए ‘आजीवक सम्प्रदाय’ से सम्बन्धित है।

उदयगिरि गुफा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां

  • उदयगिरि गुफा मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में स्थित है।
  • उदयगिरि गुफा मुख्यतः हिन्दू धर्म से सम्बन्धित है।
  • उदयगिरि गुफा, गुप्त काल में बना है यानी पाँचवी शताब्दी ई० में बना था।

महाराष्ट्र में स्थित प्रमुख गुफाएँ

  1. भाजा गुफा – (पुणे, महाराष्ट्र)
  2. पीतलखोरा गुफा
  3. कार्ले गुफा – (पुणे, महाराष्ट्र)
  4. नासिक गुफा – (नासिक, महाराष्ट्र)
  5. कन्हेरी गुफा – (मुम्बई, महाराष्ट्र)
  6. अजन्ता गुफा – (औरंगाबाद, महाराष्ट्र)
  7. एलिफेंटा गुफा – (मुम्बई, महाराष्ट्र)
  8. एलोरा गुफा – (औरंगाबाद, महाराष्ट्र)

गुफा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां

  • भागा गुफा और कार्ले गुफा महाराष्ट्र के पुणे में स्थित है।
  • नासिक गुफा महाराष्ट्र के नासिक में स्थित है।
  • कन्हेरी गुफा और एलिफेंन्टा गुफा महाराष्ट्र के मुम्बई में स्थित है।
  • अजन्ता गुफा और एलोरा गुफा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है।
  • महाराष्ट्र में स्थित सभी गुफाओं में भाजा गुफा सबसे पहले दूसरी शताब्दी ई०पू० में निर्मित किया गया है।
  • पीतलखोरा गुफा का निर्माण भी दूसरी शताब्दी ई०पू० में हुआ लेकिन इससे भी पहले भांजा गुफा का निर्माण हुआ था।

नोट:-

पूरे भारत में सबसे प्राचीन /पुरानी मानव निर्मित गुफा बिहार राज्य के जहाँनाबाद में स्थित बराबर और नागार्जुनी की गुफा है।

  • सबसे पहले गुफा निर्माण की शैली सम्राट अशोक ने चलायी थी।
  • कार्ले गुफा का निर्माण कार्य पहली शताब्दी ई०पू० में शुरू हुआ था।
  • नासिक गुफा का भी निर्माण कार्य पहली शताब्दी ई०पू० में हुआ था।
  • कन्हेरी गुफा का निर्माण कार्य पहली शताब्दी ई० में शुरू हुआ।
  • अजन्ता की गुफा का निर्माण कार्य दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर सातवी शताब्दी ईसा पूर्व तक चलता रहा।
  • एलिफेंटा की गुफा का निर्माण पाचवीं शताब्दी से छठवीं शताब्दीं ई० में हुआ।
  • एलोरा गुफा का निर्माण आठवीं शताब्दी से लेकर बारहवी शताब्दी ई० (ईसा) तक हुआ।

नोट:- ईसा मसीह के जन्म के पूर्व के समय को ईसा पूर्व (ई०पू०) (अंग्रेजी: B.C) तथा ईसा मसीह के जन्म के बाद के समय को ईसा (ई०) (अंग्रेजी: AD) कहते है।

  • पीतलखोरा गुफा में कान्हा नामक कलाकार का वर्णन है।
  • कोडाने गुफा में कान्हा के पुत्र (बालक) का वर्णन है।
  • ग्यारह मुख वाले अलौकिक ऐश्वर्य बोधिसत्व की प्रतिमा कन्हेरी गुफा में स्थित है (यह गुफा संख्या न० 14 में स्थित है)।
  • अलौकिक बोधिसत्व का विशाल मूर्ती कन्हेरी गुफा में स्थित है (यह गुफा संख्या 2 और 56 में स्थित है)।

नोट:- भाजा गुफा, पीतलखोरा गुफा, कार्ले गुफा नासिका गुफा, कन्हेरी गुफा तथा अजन्ता की गुफाएँ बौध्द धर्म से है।

अजन्ता गुफा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां

  • अजन्ता गुफा की खोज सन् 1819 ई० में में जॉन स्मिथ ने किया था।
  • अजन्ता गुफा में 30 गुफाएँ स्थित है जिसमे से 5 गुहाएँ (चैत्य में) और 25 गुहाएँ (संघाराम)/ (बिहार) में स्थित है।
  • बिहार को संघाराम भी कहते है यानी जो बौध्द भिक्षियों के रहने का स्थान होता है वो बिहार कहलाता है।
  • बौध्द धर्म में पूजा के स्थान को चैत्य या स्तूप कहते है।
  • आजनता का पुराना नाम ‘आजिष्ठा’ है।
  • अजन्ता की गुफा सतपुड़ा पहाड़ी पर स्थित है और अजन्ता गुफा बगोश नदी के किनारे स्थित है।

नोट:- बगोरा नदी, ताप्ति नदी की सहायक नदी है इसलिए जब विकल्प में बगोड़ा नदी न दिया गया हो तो सही उत्तर ताप्ती नदी होगा।

एलिफेंटा गुफा के बारे में

  • एलिफेंटा गुफा, मुम्बई, महाराष्ट्र में स्थित है।
  • एलिफेंटा की गुफा हिन्दू धर्म से सम्बन्धित है।
  • एलिफेंटा की गुफा त्रिमूर्ति के लिए प्रसिध्द है।

एलोरा गुफा के बारे में

  • एलोरा की गुफा औरंगाबाद (महाराष्ट्र) में है।
  • एलोरा में 34 गुफाएँ है जिसमे से 1 से 12 बौध्द धर्म से सम्बन्धित है तथा 13 से 29 तक हिन्दू धर्म से सम्बन्धित है जबकि 30 से 34 तक जैन धर्म से सम्बन्धित है।

नोट:- अजन्ता गुफा और एलोरा गुफा दोनों को 1983 ई० में यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया।

  • एलिफेंटा गुफा को सन् 1989 ई० में यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया।

कर्नाटक की प्रसिद्ध गुफा

कर्नाटक की प्रसिद्ध गुफा बादामी गुफा है।

बादामी गुफा के बारे में

  • बादामी गुफा कर्नाटक के बागलकोट जिले में स्थित है।
  • बादामी गुफा का सम्बन्ध हिन्दू धर्म और जैन धर्म दोनों से है।
  • बादामी गुफा का निर्माण छठी शताब्दी ई० में हुआ था।
  • बादामी गुफा की खोज 1924 ई० ने इस्टैला क्रैमरिस ने की थी।

ओड़िशा की प्रसिध्द गुफा

ओड़िशा (उड़ीसा) की प्रसिध्द गुफा, उदयगिरि – खण्डगिरि गुफा जो भुवनेश्वर जिले में स्थित है।

उदयगिरि – खण्डगिरि गुफा के बारे में

  • उदयगिरि – खण्डगिरि गुफा उड़ीसा राज्य के भुवनेश्वर जिले में स्थित है।
  • उदयगिरि – खण्डगिरि गुफा का निर्माण खारवेल ने किया था।
  • उदयगिरि – खण्डगिरि गुफा में हाथी गुफा अभिलेख है। और यह गुफा जैन धर्म से सम्बन्धित है।
  • उदयगिरि – खण्डगिरि गुफा का निर्माण पहली शताब्दी ई०पू० में हुआ था।

छत्तीसगढ़ की प्रसिध्द गुफाएँ

छत्तीसगढ़ में प्रसिध्द गुफा, जोगीमारा गुफा और सीताबेंगरा गुफा है

जोगीमारा गुफा के बारे में

  • जोगीमारा गुफा छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में है
  • जोगीमारा गुफा नर्मदा नदी के उद्गम स्थल पर और रामगढ़ की पहाड़ी पर स्थित है
  • जोगीमारा गुफा तीसरी शताब्दी ई०पू० में बनी थी
  • जोगीमारा गुफा का निर्माण तीसरी शताब्दी ई०पू० में सम्राट अशोक के समय यानी मौर्य काल में हुआ
  • जोगीमारा गुफा भित्तिचित्र के लिए प्रसिध्द है
  • जोगीमारा गुफा जैन धर्म से सम्बन्धित है

सीताबेंगरा गुफा के बारे में

  • सीताबेंगरा गुफा छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में है
  • सीताबेंगरा गुफा नर्मदा नदी के उद्गम स्थल पर और रामगढ़ की पहाड़ी पर स्थित है
  • सीताबेंगरा गुफा तीसरी शताब्दी ई०पू० में बनी थी
  • सीताबेंगरा गुफा का निर्माण तीसरी शताब्दी ई०पू० में सम्राट अशोक के समय यानी मौर्य काल में हुआ
  • सीताबेंगरा गुफा एक नाट्यशाला के लिए प्रसिध्द है
  • एशिया का सबसे प्राचीन नाट्यशाला (थियेटर) सीताबेंगरा गुफा कहलाता है

आंध्रप्रदेश के प्रसिध्द स्तूप

आंध्रप्रदेश के प्रसिध्द स्तूप अमरावती स्तूप और नागार्जुनकोंडा स्तूप है

अमरावती स्तूप के बारे में

  • अमरावती स्तूप आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिले में स्थित है
  • अमरावती स्तूप कृष्णा नदी के किनारे स्थित है और यह बौध्द धर्म से सम्बन्धित है

नागार्जुनकोंडा स्तूप के बारे में

  • नागार्जुनकोंडा स्तूप आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिले में स्थित है
  • नागार्जुनकोंडा स्तूप कृष्णा नदी के किनारे स्थित है और यह बौध्द धर्म से सम्बन्धित है

तमिलनाडु में स्थित गुफा

तमिलनाडु में सित्तनवासल गुफा है।

सित्तनवासल गुफा के बारे में

  • सित्तनवासल गुफा तमिलनाडु के पुदुकोट्टई जिले में स्थित है।
  • सित्तनवासल गुफा जैन धर्म से सम्बन्धित है।
  • सित्तनवासल का अर्थ ‘जैन साधुओं का निवास स्थान‘।
  • सित्तनवासल गुफा का निर्माण सातवी से नवी शताब्दी ई० में हुआ है।

श्रीलंका में स्थित गुफा

श्रीलंका में सिगिरिया गुफा है।

सिगिरिया गुफा के बारे में

  • सिगिरिया गुफा, सिंहगिरि कस्बे में स्थित है और सिंहगिरि कस्बा माटाले जिला में स्थित है।
  • माटाले जिला कोलम्बो राज्य में स्थित है और कोलम्बो राज्य, श्रीलंका में स्थित है।
  • सिगिरिया गुफा की खोज सन् 1830 या 1831 में मेजर फोर्ब्स ने की है।

नोट:- सिगिरिया की गुफा भी यूनेस्को वर्ल्ड हाईटेड साइट में सिटी ऑफ सिगिरिया के नाम से सन् 1982 ई० में शामिल हुआ।

  • सिगिरिया की गुफा भित्तिचित्रों के लिए प्रसिध्द है।
  • सिगिरिया गुफा का निर्माण 5वीं शताब्दी ई० में हुआ था यानी कि अजन्ता गुफा की सोलेहवी – सत्रहवीं गुफा के समकालीन है।
  • सिगिरिया गुफा को कश्यप प्रथम ने बनवाया था।
  • सिगिरिया की गुफा भी बौद्ध धर्म से संबंधित है।

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