लिंग किसे कहते हैं, अर्थ, परिभाषा, भेद अथवा प्रकार | Ling in Hindi

Posted on

इस आर्टिकल में हम लिंग किसे कहते हैं (Ling Kise Kahate Hain), लिंग का शाब्दिक अर्थ, परिभाषा, लिंग के भेद अथवा प्रकार आदि के बारे में पढेंगे, तो चलिए विस्तार से पढ़ते हैं लिंग के बारे में (Ling in Hindi). बहुत ही सरल भाषा में लिखा गया है जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है।

लिंग किसे कहते हैं, अर्थ, परिभाषा, भेद अथवा प्रकार | Ling in Hindi

लिंग का शाब्दिक अर्थ

लिंग शब्द अंग्रेजी के ‘Gender‘ शब्द के लिए प्रयुक्त होता है लिंग शब्द का अर्थ है चिन्ह या पहचान

लिंग किसे कहते हैं

शब्द के जिस रूप से यह पता चले कि यह पता चले कि वह पुरुष जाति का है, या स्त्री जाति का उसे व्याकरण में ‘लिंग‘ कहते हैं।

लिंग के भेद अथवा प्रकार

हिन्दी मे लिंग मुख्यतः दो प्रकार के होते है जो निम्नलिखित इस प्रकार है-

(i) पुल्लिंग

(ii) स्त्रीलिंग

1. पुल्लिंग

संज्ञा शब्द के जिस रूप से पुरुष जाति का बोध होता है, ‘पुल्लिंग‘ कहलाता है।

जैसे – घोड़ा दौड़ता है।

2. स्त्रीलिंग

संज्ञा शब्द के जिस रूप से स्त्री जाति का बोध होता है स्त्रीलिंग कहलाता है।

जैसे – घोडी दौड़ती है।

उभयलिंगी शब्द:-

कुछ शब्द ऐसे भी होते है जिनका प्रयोग दोनों लिगों (पुल्लिंग या स्त्रीलिंग) में हो सकता है । इन शब्दों में लिंग परिवर्तन नहीं होता है। जैसे- प्रधानमंत्री, मंत्री, इंजीनियर, डॉक्टर, मैनेजर आदि ।

उदाहरण

  1. प्रधानमंत्री पधार रहे है।
  2. डाॅक्टर घर चली गई है।
  3. श्रीलंका की प्रधानमंत्री कल विदेश जा रही है।
  4. मैनेजर बुला रहे है।

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण

1.आनीप्रत्यय से बनने वाले स्त्रीलिंग शब्द (अ → आनी / आणी)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
जेठजेठानी
नौकरनौकरानी
देवरदेवरानी
मेहतरमेहतरानी

2. आइन‘ प्रत्यय से बनने वाले स्त्रीलिंग शब्द (अ, आ, ई, ऊ, ए → आइन)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
बाबूबबुआइन
चौधरीचौधराइन
पंडितपंडिताइन
ठाकुरठकुराइन

3.‘ प्रत्यय से बनने वाले स्त्रीलिंग शब्द (अ, आ → ई)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
घोड़ाघोड़ी
रस्सारस्सी
बच्चाबच्ची
तरुणतरुणी
देवदेवी
नर्तकनर्तकी
▶ '' अंत वाले शब्दों में '' का लोप हो जाता है और उनके स्थान पर  - '' प्रत्यय लग जाता है।

4. ‘-इया‘ प्रत्यय से बनने वाले स्त्रीलिंग शब्द (आ → इया)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
बंदरबंदरिया
बूढ़ाबुढ़िया
कुछ 'अ/आ' अन्त वाले शब्दों के 'अ/आ' का लोप हो जाता है तथा उनके स्थान पर - 'इया' प्रत्यय आ जाता है। इसके साथ - साथ:

-मूल शब्द का पहला स्वर ह्रस्व हो जाता है।
-यदि मूल शब्द में व्यंजन दि्वत्व है (कुत्ता) तो एक व्यंजन का लोप हो जाता है (कुतिया) ।

5.इन‘ प्रत्यय से बनने वाले स्त्रीलिंग शब्द – मूल शब्द के अंतिम स्वर का लोप हो जाता है और उसके स्थान पर – ‘इन‘ प्रत्यय आ जाता है।

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
नाईनाइन
नागनागिन

6. नी‘ प्रत्यय से बनने वाले स्त्रीलिंग शब्द (अ- अनी)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
शेरशेरनी
भीलभीलनी

7. इनी‘ प्रत्यय से बनने वाले स्त्रिलिग़ शब्द (अ, ई- इनी / इणी) : शब्दांत में ‘अ’ आने वाले शब्दों में – ‘नी‘ प्रत्यय ‘‘ के स्थान पर आ जाता है। परन्तु कुछ शब्दों में जिनके अंत में ‘‘ स्वर आता है- ‘नी‘ प्रत्यय लगने से पूर्व ई → ‘‘ (ह्रस्व स्वर) में बदल जाता है। जैसे –

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
स्वामीस्वामिनी
हंसहंसिनी

8. इका प्रत्यय जोड़कर (अक – इका)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
बालकबालिका
नायकनायिका

9. कुछ संज्ञा शब्द जिनके अंत में – ‘वान / मान’ आते है उनके स्थान पर ‘वती/माती’ स्त्री प्रत्यय लगाकर स्त्रीलिंग शब्द बनाए जाते है। जैसे-

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
पुत्रवानपुत्रवती
श्रीमानश्रीमती

10. कुछ शब्दों में मूल शब्द स्त्रीलिंगवाची होते है और उनमे प्रत्यय जोड़कर पुल्लिंग रूप बनाए जाते है। जैसे-

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
जीजाजीजी
मौसामौसी

हिंदी में कुछ स्त्री प्रत्यय संस्कृत से आए है और उसी के अनुसार हिंदी में स्त्रीलिंग शब्द बनते है। जैसे –

11.‘ प्रत्यय जोड़कर (अ -आ)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
पूज्यपूज्या
बालबाला

12. कुछ तत्सम शब्दों में ‘ता‘ को ‘त्री‘ करने से (ता-त्री)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
नेतानेत्री
दातादात्री

13.नित्य‘ पुल्लिंग या ‘नित्य’ स्त्रीलिंग शब्दों में मादा या नर शब्द लगाने से –

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
नर चीलचील
भालूमादा भालू

14. भिन्न रूप वाले स्त्रीलिंग शब्द-

हिंदी में अनेक संज्ञा शब्द ऐसे भी है जिनके पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्दों में पर्याप्त भिन्नता दिखाई देती है। जैसे –

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
बुआफूफा
मियाँबीवी

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग की पहचान कैसे की जाती है?

पुल्लिंग की पहचान

  1. आ, आव, पा, पन, न– ये प्रत्यय जिन शब्दों के अंत में हो, वे प्रायः पुल्लिंग होते हैं। जैसे- मोटा, चढ़ाव, बुढ़ापा, लड़कपन, लेन – देन।
  2. पर्वत, मास, वार और कुछ ग्रहों, के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- विन्ध्याचल, हिमालय, वैशाख, सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध आदि
  3. पेड़ों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- पीपल, नीम, आम, शीशम, सागौन, जामुन, आदि।
  4. अनाजों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- बाजरा, गेहूं, चावल, चना, मटर, जौ, उड़द, आदि।
  5. द्रव पदार्थों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- पानी, सोना, ताँबा, लोहा, घी, तेल आदि ।
  6. रत्नों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- हीरा, पन्ना, मूंगा, मोती माणिक आदि।
  7. देह के अवयवों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- मस्तक, दाँत, हाथ, कान, गला, तालु, रोम आदि ।
  8. जल, स्थल और भूमण्डल के भागों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- समुद्र, भारत, देश, नगर, द्वीप, आकाश, पाताल, घर, सरोवर आदि।
  9. वर्णमाला के अनेक अक्षरों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे– अ, उ, ए, ओ, क, ख, ग, ध, च, छ, य, र, ल, व, श आदि ।
  10. नित्य पुल्लिंग शब्द- तोता, मच्छर, कौवा, विच्छू आदि ।

स्त्रीलिंग की पहचान

  1. जिन संज्ञा शब्दों के अंत में ‘‘ होता है, वह स्त्रीलिंग कहलाते हैं। जैसे- ईख, भूख, चोख, राख आदि।
  2. जिन भाववाचक संज्ञाओं के अंत में ट, वट या हट होता है, वे स्त्रीलिंग कहलाती हैं। जैसे- झंझट, आहट, चिकनाहट, बनावट, सजावट आदि।
  3. अनुस्वारांत, ईकारांत, ऊकारांत, तकारांत, सकारांत, संज्ञाएं स्त्रीलिंग कहलाती हैं। जैसे- रोटी, टोपी, नदी, चिट्ठी, उदासी रात, बात, छत, भीत, लू, साँस आदि।
  4. भाषा, बोली और लिपियाँ के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- हिन्दी, संस्कृत देवनागरी, पहाड़ी, तेलुगु, पंजाबी।
  5. जिन शब्दों के अंत में ‘इया‘ आता है, वे स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे-कुटिया, खटिया, लुटिया, चिड़िया आदि ।
  6. नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- यमुना, गंगा, गोदावरी, ताप्ती आदि।
  7. तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- पहली, दूसरी, प्रतिपदा, पूर्णिमा आदि।
  8. पृथ्वी ग्रह स्त्रीलिंग है।
  9. नक्षत्रों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- अश्विनी, रोहिणी, भरणी आदि ।
    • नित्य स्त्रीलिंग शब्द– कोयल, मैना, चील आदि।
    • शब्दों का लिंग – परिवर्तन – पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के लिए जो चिन्ह लगाये जाते हैं, वे स्त्री प्रत्यय कहलाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख प्रत्यय इस प्रकार हैं- ई, इया, इन, नी, आनी, आइन, आ, इका, इनी (इणी ) आदि।

यह भी देखें,

अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो आप कृपया करके इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप नीचे दिए गए Comment Box में जरुर लिखे।

Tags:

hindi grammar / Question Answer

Leave a Comment